State Bank of Pakistan: स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान की तरफ से ब्याज दर में पिछले छह महीने में चार बार कटौती की गई है. छह महीने के दौरान ब्याज दर में 700 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई है. जो कि 22 प्रतिशत से गिरकर 15 प्रतिशत पर आ गई है.
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Repo Rate in Pakistan: पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने देश की जनता को बड़ी राहत देते हुए प्रमुख नीतिगत दर में 250 बेसिस प्वाइंट की कटौती करके 15% कर दिया. पड़ोसी मुल्क में यह जून से लगातार चौथी कटौती है. इस दौरान प्रमुख ब्याज दर में 7 प्रतिशत की कटौती की गई है. इससे पहले सितंबर में 200 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई थी. पाकिस्तान की तरफ से महंगाई को कम करने के साथ ही सुस्त इकोनॉमी को रीवाइव करने की कोशिश जारी है. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) की तरफ से एक बयान में कहा गया कि उसकी मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति का मूल्यांकन करने के बाद रेपो रेट में कटौती का फैसला लिया है. एसबीपी (SBP) के इस फैसले से पाकिस्तान के 25 करोड़ लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है.
भारत में रेपो रेट 6.5 प्रतिशत पर कायम
दूसरी तरफ भारतीय इस तरह की राहत का इंतजार पिछले चार साल से भी ज्यादा समय से कर रहे हैं. आरबीआई की तरफ से आखिरी बार ब्याज दर में कटौती मई 2020 में की गई थी. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तरफ से ब्याज दर में आखिरी बार बदलाव फरवरी 2023 में किया था. उस समय आरबीआई की एमपीसी ने ब्याज दर को 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया था. उसके बाद इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है. लगातार 10 द्विमासिक समीक्षा बैठक से यह 6.5 प्रतिशत पर ही रुका हुआ है. उम्मीद की जा रही है कि दिसंबर में होने वाली एमपीसी की बैठक में इसमें कटौती की जा सकती है.
रेपो रेट को घटाकर 15 प्रतिशत करने का फैसला
पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने कहा, ‘एमपीसी ने नीतिगत दर में 2.50 प्रतिशत अंक की कटौती करते हुए इसे 17.5 प्रतिशत से घटाकर 15 प्रतिशत करने का फैसला किया. नई ब्याज दर 5 नवंबर, 2024 से प्रभावी होगी.’ मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने कहा कि महंगाई दर में उम्मीद से ज्यादा तेजी से गिरावट आई है और यह अक्टूबर में अपने मध्यम अवधि के निर्धारित लक्ष्य के करीब पहुंच गई है. अक्टूबर में महंगाई दर 7.2 प्रतिशत दर्ज की गई है. प्रमुख महंगाई दर तीन साल के बाद अगस्त में पहली बार इकाई अंक में 9.6 प्रतिशत आंकी गई थी.
22 प्रतिशत पर पहुंच गई थी ब्याज दर
पाकिस्तान में महंगाई दर नवंबर, 2021 में 10 प्रतिशत के ऊपर चली गई थी. महंगाई दर का आंकड़ा यह जुलाई, 2024 तक लगातार दहाई अंक में बना रहा. ऊंची महंगाई दर का सामना करने के लिए एसबीपी (SBP) ने ब्याज दर को बढ़ाते हुए 22 प्रतिशत तक पहुंचा दिया था. महंगाई में नरम रुख आने के बाद जून 2024 में पहली बार स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने चार साल बाद रेपो रेट में 150 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी. उसके बाद से पिछले छह महीने में एसबीपी (SBP) की तरफ से चार बार कटौती की गई है.
विदेशी मुद्रा भंडार में भी इजाफा
पाकिस्तान में पिछले हफ्ते रॉयटर्स के एक सर्वे में ज्यादातर लोगों ने ब्याज दर में 200 बेसिस प्वाइंट की कटौती की उम्मीद जताई थी. दक्षिण एशियाई देश में जुलाई में शुरू हुए वित्त वर्ष में एवरेज कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स इंफ्लेशन 8.7% है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) को उम्मीद है कि जून में खत्म हो रहे पड़ोसी मुल्क के वित्तीय वर्ष के लिए महंगाई दर औसतन 9.5% रहेगी. दूसरी तरफ पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले ढाई साल के रिकॉर्ड लेवल पर है. पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 11 बिलियन डॉलर के पार पहुंच गया है. कमर्शियल बैंकों की तरफ से रखा गया विदेशी मुद्रा भंडार करीब 5 बिलियन डॉलर है.