Chaitra Purnima Upay 2023: चैत्र पूर्णिमा का वीर हनुमान जी के साथ भी संबंध है. चैत्र पूर्णिमा को मंगलवार के दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था. यही वजह है कि हर साल चैत्र पूर्णिमा तिथि को हनुमान जयंती मनाई जाती है.
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Purnima Upay In Hindi: हिंदू नववर्ष 2080 की पहली पूर्णिमा चैत्र पूर्णिमा है. चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से हिंदू नववर्ष का प्रारंभ होता है. चैत्र पूर्णिमा का वीर हनुमान जी के साथ भी संबंध है. चैत्र पूर्णिमा को मंगलवार के दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था. यही वजह है कि हर साल चैत्र पूर्णिमा तिथि को हनुमान जयंती मनाई जाती है. चैत्र पूर्णिमा के दिन हनुमान जी की पूजा और स्नान दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है, मान्यता है कि इस दिन विशेष उपाय करने से आपके सभी तरह की परेशानियां दूर होती हैं और शुभ फलों की प्राप्ति होती है.
चैत्र पूर्णिमा तिथि 2023
हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 05 अप्रैल बुधवार को सुबह 09 बजकर 19 मिनट से शुरू हो रही है. यह शुभ तिथि 06 अप्रैल गुरुवार को सुबह 10 बजकर 04 मिनट तक है.
हनुमान जयंती 2023 पूजा मुहूर्त
उदयातिथि के आधार पर 06 अप्रैल को हनुमान जयंती मनाई जाएगी. सुबह में स्नान दान के बाद हनुमान जी की विधि विधान से पूजा की जाएगी. इस दिन लाभ-उन्नति मुहूर्त सुबह 06 बजकर15 मिनट से सुबह के 07 बजकर 48 मिनट तक रहेगा. सुबह 07 बजकर 48 मिनट से सुबह 09 बजकर 21 मिनट तक अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त है. वहीं, शुभ-उत्तम मुहूर्त सुबह 10 बजकर 53 मिनट से दोपहर 12 बजकर 26 मिनट तक रहेगा. ऐसे में आप इन शुभ मुहूर्त में हनुमान जी की पूजा कर सकते हैं.
चैत्र पूर्णिमा का महत्व
मान्यता है कि चैत्र पूर्णिमा के दिन स्नान- दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और सारे पाप और कष्ट दूर होते हैं. सत्यनारायण भगवान की पूजा करने से घर में सुख और शांति आती है. चैत्र पूर्णिमा को ही रामभक्त हनुमान जी का जन्म हुआ था. वे भगवान शिव के अवतार हैं, जो प्रभु राम की सेवा के लिए पृथ्वी पर वानर रूप में आए थे.
चैत्र पूर्णिमा पर करें ये उपाय
- चैत्र पूर्णिमा के दिन प्रातः जल्दी उठकर किसी पवित्र नदी में स्नान जरूर करें, इससे पापों से मुक्ति मिलती है.
- पवित्र नदी में स्नान करने के बाद, भगवान विष्णु और भगवान हनुमान जी की पूजा और प्रार्थना करें.
- इस दिन हनुमान जयंती भी मनाई जाती है, इसलिए हनुमान जी का पूजन विशेष ढंग से करना चाहिए.
- यदि आप इस दिन गवान विष्णु की पूजा करते हैं और सत्यनारायण जी का व्रत रखते हैं तो सत्यनारायण की कथा अवश्य सुनें.
- सत्यनारायण जी की पूजा में भगवान विष्णु को फल, सुपारी, केले के पत्ते, मौली, अगरबत्ती और चंदन का पेस्ट चढ़ाएं और पूजन करें.
- सायं काल में चंद्रमा भगवान को अर्घ्य दें और उनका पूजन करें। इससे आपको समस्त पापों से मुक्ति मिल सकती है.
- इस दिन भगवद गीता और रामायण का पाठ करना विशेष माना जाता है.
- चैत्र पूर्णिमा के दिन दान-पुण्य भी फलदायी होता है और इससे मनोकामनाओं को पूर्ति होती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)