Surya Mahadasha: ज्योतिष शास्त्र में भगवान सूर्य को बेहद महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है. इनका गोचर काफी मायने रखता है. वहीं, हर जातक के जीवन में सूर्य की महादशा भी चलती है. इस दौरान ये कुछ लोगों को काफी मौज कराते हैं.
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Surya ki Mahadasha Ke Effects: वैदिक ज्योतिष में सूर्य देव को ग्रहों के राजा की संज्ञा दी गई है. वह हर महीने राशि परिवर्तन करते हैं. लाजिमी है कि बड़े ग्रह होने के नाते इसका प्रभाव संपूर्ण मानव जाति पर पड़ना तय है. इसके साथ ही सूर्य की समय-समय पर विभिन्न जातकों की कुंडली में महादशा और अंतर्दशा भी चलते रहती है. इनकी महादशा जिन जातकों के लिए शुभ होती है, उनकी जिंदगी देखते ही देखते राजाओं जैसी हो जाती है. सूर्य की महादशा 6 वर्षों तक चलती है. ऐसे में आइए जानते हैं कि किन लोगों के लिए यह महादशा मनवांछित फल देने वाली होती है.
शुभ स्थिति
जिन लोगों की कुंडली में सूर्य मजबूत या शुभ स्थिति में होते हैं, उनको महादशा के दौरान शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं. सूर्य अपनी मित्र राशियों में उच्च के माने जाते हैं. ये लोग महादशा के दौरान खूब सफलता हासिल करते हैं. हर क्षेत्र में झंडे गाड़ते हैं और उच्च पद प्राप्त करते हैं.
अशुभ स्थिति
वहीं, सूर्य जिन लोगों की कुंडली में कमजोर, नीच या अशुभ स्थिति में होते हैं, उनको महादशा की अवधि के दौरान काफी कष्ट झेलना पड़ता है. इनके सेहत पर बुरा असर पड़ता है. पिता के संबंध में कड़वाहट आ जाती है, जिससे परिवार से सहयोग प्राप्त नहीं होता है. ।
उपाय
सूर्य की महादशा के दौरान अगर अशुभ फल प्राप्त हो रहे हैं तो हर रविवार को तांबे और गेहूं का दान करें. सूर्य को तांबे के पात्र से अक्षत और रोली मिला हुआ जल चढ़ाएं. रोजाना आदित्यह्रदय स्त्रोत का पाठ करें. इसके साथ ही ओम ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम: मंत्र का जाप करें. रविवार को पीपल के पेड़ में भी जल चढ़ाएं और शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)