Birth in Rohini Nakshatra: रोहिणी नक्षत्र में जन्में लोगों का बिना सोचे समझे जल्द ही किसी पर विश्वास करना ठीक नहीं होता है. इनका व्यवहार काफी मृदभाषी होता है.
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Importance of Rohini Nakshatra: रोहिणी नक्षत्र के लोग मृदुभाषी होते हैं और इन्हें लोग इनके इसी गुण के कारण धोखा भी दे सकते हैं. अर्थात इन्हें ऐसे किसी व्यक्ति पर जल्दी विश्वास नहीं करना चाहिए, जो इनसे बहुत शीघ्रता से घुलने मिलने का प्रयास करें. इस नक्षत्र के लोगों को बिना समझे-बूझे किसी को अपना शुभचिंतक नहीं मान लेना चाहिए. जिस ऑफिस में कार्य करते हैं, वहां भी अपनी गुडबुक में बिना जांचे परखे किसी को भी नहीं शामिल करना चाहिए.
इन लोगों को इस बात से भी सावधान रहना चाहिए कि कहीं कोई व्यक्ति आपकी भावनाओं का बेजा इस्तेमाल न करें, अर्थात इन्हें इमोशनल बेल्कमेलिंग से बचना चाहिए. कोई भी कार्य भावना में बहकर नहीं करना चाहिए, अन्यथा बाद में परिणाम ठीक नहीं होते हैं.
जामुन का पेड़
रोहिणी नक्षत्र के लोगों को प्रकृति से प्रेम होता है, इसलिए इन्हें प्रकृति प्रेम का पूरा फायदा लेना चाहिए. ऋषियों ने रोहिणी नक्षत्र को विशेष सम्मान दिया है. ऋषियों का मानना है कि रोहिणी नक्षत्र में प्रजापति ब्रह्मा का वास है. ब्रह्मा देवता होने के कारण प्रकृति के अनुरूप कार्य करना इनके लिए सबसे अच्छा होता है. इनके लिए शुभ वनस्पति जामुन बतायी गई है, जिसे जम्बु भी कहते हैं. जामुन बहुत ही सरलता से उगने वाला वृक्ष है और यह सभी जगह आसानी से मिल जाता है.
जामुन का फल बहुत ही लाभकारी होता है. इसके तने से लेकर फल और गुठली तक का उपयोग स्वास्थ्य रक्षा के लिए आयुर्वेद में किया जाता है. डायबिटीज में इसकी गुठली बहुत उपयोगी होती है. जामुन का सिरका भी अति लाभकारी होता है, साथ ही यह पेड़ गणपति को भी प्रिय है. कुल मिलाकर रोहिणी नक्षत्र वाले व्यक्तियों को अपने जीवन में अधिक से अधिक जामुन के पेड़ लगाने चाहिए और जीवनभर इस पेड़ की सेवा भी करनी चाहिए. किसी के बर्थडे पर बुके देने की बजाए जामुन का पौधा उपहार में देना अधिक लाभकारी रहेगा.