नई दिल्ली: MOSSAD Agents Salary: इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद की चर्चा दुनियाभर में होती है. इसे बेहद खूंखार माना जाता है. मोसाद इसलिए फेमस है, क्योंकि ये दुश्मनों को उनके ही ठिकाने पर मार देती है. इसकी स्थापना दिसंबर 1929 में ही. मोसाद का सालाना बजट 3 बिलियन डॉलर के करीब है. मोसाद का टोटल स्टाफ 7 हजार के करीब है. ये CIA के बाद दूसरी सबसे बड़ी जासूसी एजेंसी मानी जाती है. चलिए, जानते हैं कि मोसाद के एजेंट्स की सैलरी कितनी है?
MOSSAD का क्या मतलब है?
मोसाद एक हिब्रू शब्द है जिसका मतलब संस्था या इंस्टीट्यूशन होता है. मोसाद का हिब्रू में पूरा नाम ‘मोसाद मेरकाजी ले-मोदिन-उले तफकीदीम मेय्यूहादिम’ है. अंग्रेजी में इसका मतलब है 'सेंट्रल इंस्टीट्यूट फॉर इंटेलिजेंस एंड ऑपरेशंस'.
मोसाद के एजेंट्स की सैलरी कितनी?
मोसाद के एजेंट्स को हर वक्त चौंकन्ना रहना पड़ता है. इन्हें अपनी जान की बाजी भी लगानी होती है, ताकि देश पर आंच न आ सके. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मोसाद के लिए काम करने वाले एजेंट्स की औसत सैलरी 223,124 ILS तक है. भारतीय करेंसी के हिसाब से ये 47 लाख रुपये कमाते हैं.
मोसाद का एजेंट कौन बन सकता है?
कई लोगों का ये सवाल रहता है कि मोसाद का एजेंट कैसे बना जा सकता है. मोसाद में जासूस बनने के लिए इजरायली नागरिक होना आवश्यक है. इसके अलावा, कंप्यूटर या इंजीनियरिंग की डिग्री होना अति आवश्यक मानी जाती है. इजरायली आर्मी यानी IDF (इजरायली डिफेंस फोर्स) में काम कर चुके सैनिकों को मोसाद में भर्ती होने के लिए प्राथमिकता दी जाती है. मोसाद का जासूस बनने के लिए कई भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए, उन्हें किसी भी देश में नियुक्त किया जा सकता है. मोसाद के एजेंट का शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना भी जरूरी है. उन्हें प्लान बनाना और उसे एक्जिक्यूट करना भी आना चाहिए.
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