नई दिल्ली: Myanmar News: म्यांमार में पिछले कुछ समय से चल रहे गृह युद्ध के बीच अचानक शुक्रवार 10 जनवरी 2025 को जुंटा आर्मी की ताकत में इजाफा देखा गया. बता दें कि म्यांमार की वायु सेना को रूस की तरफ से 6 सुखोई विमान के एडवांस वर्जन Su-30 SME मिले हैं. इसके लिए रूस ने म्यांमार की आर्थिक मदद की है.
म्यांमार को रूस से मिले हथियार
म्यांमार को रूस की ओर से मिले ये सुखोई विमान Su-30 SME कुल 2 सीटों वाला डबल इंजन का फाइटर जेट है. इसकी अधिकतम स्पीड मैक 2.0 है. वहीं इसकी सर्विस सीलिंग 17,300 मीटर है. इसकी ऑपरेशनल रेंज भी लगभग 3 हजार किलोमीटर है और हथियारों को ले जाने के लिए 12 हार्डप्वॉइंट हैं. इन 6 रूसी विमानों की कीमत 400 मिलियन डॉलर है. रूस ने म्यांमार को इन फाइटर जेट को खरीदने के लिए लोन दिया था.
रूस ने की मदद
रूसी न्यूज एजेंसी 'TASS' से बातचीत के दौरान रूस के उप रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल अलेक्जेंडर फोमिन ने बताया कि Su-30 SME फाइटर जेट म्यांमार की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा और आतंकी खतरों का मुकाबला करने में मदद करेंगे. इन विमानों को नेपीडा एयर बेस पर तैनात किया है.
आंतरिक विद्रोहियों से परेशान म्यांमार
बता दें कि म्यांमार जुंटा विद्रोहियों से निपटने के लिए अपनी हवाई क्षमता को अधिक मजबूत बनाने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए सेना ने 15 दिसंबर 2024 को 6 रूसी निर्मित Mi-17 हेलीकॉप्टर, 7 चीन निर्मित FTC-2000G फाइटर जेट, 1 Y-8 सपोर्ट एयरक्राफ्ट और 1 K-8W फाइटर जेट को कमीशन किया. बता दें कि म्यांमार की वायु सेना साल 2021 से हवाई हमले कर रही है. एयर फोर्स विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में बम गिराने के लिए Y-12 विमानों का उपयोग कर रही है.
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