South Africa Building Fire: दक्षिण अफ़्रीकी पुलिस ने पांच महीने पहले लगी आग के कुछ दिनों बाद एक आपराधिक केस की जांच शुरू की थी.
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South Africa Building Fire Case: दक्षिण अफ्रीकी पुलिस ने पिछले साल जोहान्सबर्ग में एक इमारत में आग लगने के संबंध में एक शख्स को गिरफ्तार किया है. एपी के मुताबिक गिरफ्तार संदिग्ध पर 76 लोगों की हत्या करने का आरोप है. इस शख्स ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका में एक इमारत में घातक आग लगाई थी.
आरोपी का यह चौंकाने वाला कबूलनामा तब सामने आया जब यह व्यक्ति आग लगने के कारणों की एक सार्वजनिक जांच में गवाही दे रहा था. पिछले साल अगस्त में हुई इस दुर्घटना में 76 लोगों की मौत हुई थी जो कि दक्षिण अफ्रीका की सबसे भयानक हादसों में एक थी.
दक्षिण अफ़्रीकी पुलिस ने पांच महीने पहले लगी आग के कुछ दिनों बाद एक आपराधिक केस की जांच शुरू की थी. हालांकि मंगलवार तक किसी को गिफ्तार नहीं किया गया था. दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने आपदा की जांच का आदेश दिया.
दक्षिण अफ्रीकी मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार, 29 वर्षीय व्यक्ति, [ जिसका नाम नहीं बताया गया था], ने कहा कि उसने आग लगने वाली रात जर्जर इमारत के बेसमेंट में एक व्यक्ति की पिटाई करके और उसका गला घोंटकर हत्या कर दी थी. उसने कहा कि इसके बाद उस व्यक्ति के शव पर गैसोलीन डाला और माचिस से उसे जला दिया.
आरोपी ने गवाही दी कि वह ड्रग्स का सेवन करता था और इमारत में रहने वाले एक तंजानियाई ड्रग डीलर ने उसे उस व्यक्ति को मारने के लिए कहा था.
पुलिस ने गवाही के बाद उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने एक बयान में कहा कि उस पर हत्या के प्रयास के 120 मामले और आगजनी का भी आरोप है. पुलिस ने बिना कोई तारीख बताए कहा, वह जल्द ही जोहान्सबर्ग की अदालत में पेश होंगे.
आरोपी ने जिस जांच में यह स्वीकार किया वह आपराधिक कार्यवाही नहीं थी इसलिए उसका कबूलनामा पूरी तरह से हैरान करने वाला था.
गवाहों से पूछताछ का नेतृत्व करने वाले एक वकील ने कहा कि उसके कबूलनामे का इस्तेमाल उसके खिलाफ नहीं किया जा सकता क्योंकि यह एक आपराधिक सुनवाई नहीं थी.
दक्षिण अफ्रीकी मीडिया ने आरोपी के लिए ‘मिस्टर एक्स’ का इस्तेमाल किया जो कि जोहान्सबर्ग शहर के मार्शलटाउन जिले में जर्जर पांच मंजिला इमारत में आग लगने का जिम्मेदार था. हादसे में जिसमें कम से कम 12 बच्चों सहित दर्जनों लोग मारे गए. 80 से ज्यादा लोग घायल हुए.
इमारत पर अवैध जमींदारों ने अपने कब्जे में ले लिया था.ये वे लोग थे जो रहने के लिए कहीं न कहीं जगह तलाश कर रहे सैकड़ों गरीब लोगों को जगह किराए पर देते हैं. इमारत में रहने वाले कई लोग आप्रवासी थे जिन पर अवैध रूप से दक्षिण अफ्रीका में रहने का संदेह था. जोहान्सबर्ग शहर में ऐसी कई इमारतों पर अवैध कब्जा है और यह शहर की एक बड़ी समस्या बन कर उभरी है.