Why People Are Protesting in PoK: PoK एक बार फिर सुलग रहा है. PoK में पाकिस्तान से चलने वाली सरकार, उसके नाजायज फरमान पर PoK के लोगों का गुस्सा भड़का हुआ है. और शायद यही वजह है कि पाकिस्तानी पुलिस के लाख जुल्मों सितम के बाद भी PoK के लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं.
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Protests in Pakistan Occupied Kashmir: PoK में पाकिस्तान परस्त जो सरकार चल रही है उसके खिलाफ लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं. क्योंकि PoK की सरकार एक ऐसा तानाशाही कानून लेकर आई है, जो सीधे तौर पर PoK के लोगों की आजादी को छीनता है. इसी को लेकर धरना-प्रदर्शन-आगजनी जारी है. मगर आज तो प्रदर्शनकारियों ने शहबाज की पुलिस को ही सरेआम धुन दिया.
PoK एक बार फिर सुलग रहा है. PoK में पाकिस्तान से चलने वाली सरकार, उसके नाजायज फरमान पर PoK के लोगों का गुस्सा भड़का हुआ है. और शायद यही वजह है कि पाकिस्तानी पुलिस के लाख जुल्मों सितम के बाद भी PoK के लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं. PoK में चल रही पाकिस्तान की कठपुतली सरकार के खिलाफ आगजनी-बवाल कर रहे हैं.
जनता और पुलिस के बीच हो रही झड़प
PoK में एक तरफ शहबाज की पुलिस है तो दूसरी तरफ प्रदर्शनकारी. दोनों के बीच जमकर झड़प हो रही है. PoK के कई इलाकों में दोनों के बीच भीषण संघर्ष तक देखने को मिल रहा है. इसी बीच सूत्रों के हवाले से ये भी खबरें सामने आ रही है कि PoK में प्रदर्शनकारियों ने शहबाज की पुलिस को पीट दिया. एक प्रदर्शनकारी ने DSP चौधरी जहीर को तमाचा जड़ दिया.
PoK की सड़कों पर शहबाज और मुनीर के खिलाफ इंकलाब दिख रहा है. इसकी वजह खुद शहबाज शरीफ हैं. उनके इशारे पर पीओके की कथित सरकार ने PoK में एक तानाशाही वाला काला कानून लाद दिया, जिसमें जनता के किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन पर लगाम लगा दी गई है.
क्यों जनता कर रही प्रदर्शन
बस PoK की कथित सरकार के इसी काले कानून के खिलाफ वहां की जनता को सड़क पर उतरी है क्योंकि नए कानून के मुताबिक पीओके में प्रदर्शन करने पर बैन लगाया गया. प्रदर्शनकारियों को दंड देने का अधिकार पीओके के प्रशासन को होगा. इसमें 3 साल तक की जेल से लेकर 10 दिन तक की हिरासत शामिल है. प्रदर्शनों में लाठी और भड़काऊ भाषणों की इजाजत नहीं होगी.
इस अध्यादेश को मंजूरी मिलते ही पीओके के रावलकोट में लोग सड़कों पर उतर गए और पाकिस्तान की कठपुतली सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
PoK के लोग शहबाज की सरकार को जूते की नोक पर रखे हुए हैं. नया साल आने से पहले पीओके के कश्मीरी सड़कों पर उतरकर खुद के लिये नया नक्शा बना रहे हैं.पाकिस्तान के अवैध कब्जे से खुद को आजाद करने की मांग कर रहे हैं.
हालांकि अब सुप्रीम कोर्ट ने इस कानून को खारिज कर दिया है. लेकिन पीओके के लोग सड़कों से वापस लौटने को राजी नहीं हैं. पीओके का प्रदर्शन पाकिस्तान की पहली मुश्किल है और दूसरी मुश्किल का नाम है पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान. शहबाज की नींद उड़ाने के लिए इमरान ने अपना नया ऐलान किया है. इमरान ने सविनय अवज्ञा आंदोलन चलाने की धमकी दी है.