Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं, क्योंकि टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं के समर्थक लगातार विरोध दर्ज करा रहे हैं.
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Jhotwara Assembly Seat: राजस्थान में चुनावी बिगुल बच चुका है और 25 नवंबर को वोट डाले जाने वाले हैं. सभी पार्टियों के उम्मीदवार वोटर्स को लुभाने में लगे हुए हैं. इस बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं, क्योंकि टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं के समर्थक लगातार विरोध दर्ज करा रहे हैं. ऐसा ही मामला झोटवाड़ा विधानसभा सीट पर देखने को मिल रहा है. यहां राज बनाम राज के बीच जंग शुरू हो गई है. दरअसल, पार्टी ने झोटवाड़ा से 2 बार विधायक और मंत्री रह चुके राजपाल सिंह शेखावत (Rajpal Singh Shekhawat) का टिकट काटकर केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ (Rajyavardhan Singh Rathore) को टिकट दिया है. पार्टी के इस कदम से राजपाल सिंह शेखावत नाराज हैं.
क्या राजपाल सिंह शेखावत पार्टी को दिखाएंगे आंख?
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को बीजेपी का टिकट मिल चुका है, जिससे नाराज राजपाल सिंह शेखावत ने मोर्चा खोल दिया है. शेखावत अपनी ही पार्टी के खिलाफ जन संकल्प रैली निकालने वाले हैं. उनकी रैली बुधवार (25 अक्टूबर) सुबह 9 बजे नारायण विहार तिराहे से शुरू होगी और भैरव बाग तक जाएगी. यह रैली राजपाल का राजनीतिक भविष्य तय करेगी. अब तक संगठन की बात करने वाले राजपाल सिंह प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन, अब सवाल है कि क्या वो आगे भी संगठन की सुनेंगे या आंख दिखाएंगे?
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को विरोध का सामना
शेखावत को टिकट नहीं मिलने से कार्यकर्ताओं में भी नाराजगी है. इस वजह से राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ((Rajyavardhan Singh Rathore)) को विरोध का सामना करना पड़ रहा है. 17 अक्टूबर को जब उन्होंने झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार की शुरुआत की, तब उन्हें काले झंडे दिखाए गए. इतना ही नहीं राजपाल सिंह शेखावत के समर्थकों ने 'कर्नल कहना मान ले, बोरिया बिस्तर बांध ले' और 'झोटवाड़ा में एक ही नाम, राजपाल, राजपाल' के नारे भी लगाए. बीजेपी के अंदर शुरू हुई अंदरूनी गुटबाजी पार्टी के लिए बड़ा चैलेंज है.
झोटवाड़ा से 2 बार विधायक रह चुके हैं शेखावत
राजपाल सिंह शेखावत झोटवाड़ा विधानसभा सीट से 2 बार विधायक रह चुके हैं. उन्होंने 2008 और 2013 के चुनाव में इस सीट से जीत दर्ज की थी, लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लालचंद कटारिया ने उन्हें हरा दिया था. उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का करीबी माना जाता है और उनकी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी थे. अब बीजेपी ने उनकी जगह झोटवाड़ा सीट से जयपुर ग्रामीण से सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को चुनावी मैदान में उतारा है.
झोटवाड़ा का राजनीतिक समीकरण
झोटवाड़ा विधानसभा जाट और राजपूत बाहुल्य सीट है और इस वजह से राजपाल सिंह शेखावत की दावेदारी मजबूत मानी जा रही थी. लेकिन, बीजेपी ने प्लानिंग बदलते हुए राजपूत की जगह राजपूत को रिप्लेस कर प्रत्याशी बदल दिया. झोटवाड़ा सीट के जातीय समीकरण की बात करें तो यहां कुल 4 लाख 20 हजार मतदाता है. इनमें से 70 हजार से अधिक जाट वोटर्स और 60 हजार से अधिक राजपूत वोटर्स हैं. इस वजह से ब्राह्मण और यादव इस सीट पर निर्णायक भूमिका में रहते हैं.