केरल पुलिस की साइबर शाखा ने बताया कि उन्हें इस धोखाधड़ी की सूचना शुक्रवार को मिली, और उन्होंने लेन-देन के विवरण का पता लगाया और संबंधित बैंक शाखा से संपर्क करके खाते से लेन-देन पर रोक लगा दी गई.
Trending Photos
अज्ञात लोगों ने एक व्यक्ति को 40,000 रुपये की धोखाधड़ी की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित उपकरणों की मदद से की। आरोपियों ने व्हाट्सएप वीडियो कॉल के माध्यम से पीड़ित व्यक्ति से संपर्क किया. केरल पुलिस की साइबर शाखा ने बताया कि उन्हें इस धोखाधड़ी की सूचना शुक्रवार को मिली, और उन्होंने लेन-देन के विवरण का पता लगाया और संबंधित बैंक शाखा से संपर्क करके खाते से लेन-देन पर रोक लगा दी गई.
दोस्त बनकर मांगे पैसे
कोझिकोड में रहने वाले राधाकृष्णन को एक पूर्व सहकर्मी का वीडियो कॉल आया जो आंध्र प्रदेश में उनके साथ काम करता था. साइबर शाखा के पुलिस अधीक्षक हरिशंकर ने पीटीआई से कहा, 'घोटालेबाजों ने एआई आधारित वीडियो कॉल कर उनका मित्र बनकर पैसों की मांग की.'
ऐसे पता चली धोखाधड़ी
उन्होंने कहा कि जब उस व्यक्ति ने दोबारा पैसों की मांग की तो पीड़ित ने सीधे तौर पर अपने पूर्व कर्मचारी से संपर्क किया जिससे धोखाधड़ी का पता चला. पुलिस के अनुसार पैसे ठगने के लिए नए-नए तरीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
साइबर शाखा के अधिकारी ने जनता से ऐसे किसी भी फोन कॉल के संदेह पर केरल साइबर हेल्पलाइन नंबर '1930' पर संपर्क करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि आरोपियों ने बुनियादी एआई-आधारित वीडियो इंटरफेस का उपयोग किया था.
ऐसे बचें
- किसी को भी अपने बैंक खाते की जानकारी न दें.
- किसी को भी अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड की जानकारी न दें.
- किसी को भी अपने पासवर्ड न दें.
- किसी भी अनजान व्यक्ति से वीडियो कॉल न करें.
- किसी भी अनजान व्यक्ति के लिंक पर क्लिक न करें.
(इनपुट- भाषा)