Ban on Commentators: सोशल मीडिया पर एक ग्राफिक्स तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें दावा किया गया कि महिला प्रीमियर लीग (Women's Premier League) में दो पुरुष कमेंटेटरों पर इसलिए बैन लगा दिया गया क्योंकि उन्होंने महिलाओं की फील्डिंग प्रतिभा को लेकर टिप्पणी की.
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Commentator Removed from WPL Panel: भारत में पहली बार महिला प्रीमियर लीग (WPL-2023) का आयोजन हो रहा है. इस टी20 लीग में दुनियाभर की बड़ी टीमों से महिला क्रिकेटर भी हिस्सा ले रही हैं. 4 मार्च से शुरू हुई इस लीग को अच्छा-खासा रिस्पॉन्स भी मिल रहा है. इसी बीच एक ऐसा दावा किया जा रहा है कि लीग में कमेंट्री कर रहे दो पुरुषों को नौकरी से निकाल दिया गया है.
ग्राफिक्स हो रहा है शेयर
सोशल मीडिया पर एक ग्राफिक्स काफी ज्यादा शेयर हो रहा है. इसमें दावा किया गया है कि महिला प्रीमियर लीग (Women's Premier League) में दो पुरुष कमेंटेटरों को इसलिए निकाल दिया गया क्योंकि उन्होंने महिलाओं की फील्डिंग प्रतिभा को लेकर टिप्पणी की. दावा किया गया है कि एक महिला क्रिकेटर ने किसी मुकाबले में कैच टपका दिया, इसके बाद पुरुष कमेंटेटरों ने हंसते हुए कहा- महिला, हाहाहा.
सोशल मीडिया पर मचा बवाल
इसे लेकर सोशल मीडिया पर बवाल सा कट गया. लोग इस दावे की सच्चाई जानने के लिए तमाम चैनल्स, वेबसाइट्स को तलाशने और टटोलने लगे. इसी बीच यह ग्राफिक्स हमारे पास पहुंचा. हमने पाया कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी है. ऐसी कोई घटना नहीं हुई है और ना ही किसी पर कार्रवाई की नौबत आई है.
क्या है दावे की सच्चाई?
एक ग्राफिक में क्रिकेट कमेंट्री बॉक्स में तीन लोगों के चेहरे धुंधले करके दिखाए गए हैं. दावा किया गया है कि दो पुरुष कमेंटेटरों को टूर्नामेंट में कमेंट्री करने से प्रतिबंधित कर दिया गया क्योंकि एक खिलाड़ी द्वारा कैच छोड़ने के बाद महिला विरोधी टिप्पणी की गई थी. पोस्ट को ट्विटर, फेसबुक पर काफी शेयर किया गया. अब सच्चाई ये है कि दावा झूठा है. ग्राफिक एक ऐसे ट्विटर हैंडल द्वारा बनाया और शेयर किया गया है जो व्यंग्यात्मक कंटेट काफी शेयर करता है, नियमित रूप से इससे 'मीम्स और चुटकुले' पोस्ट किए जा रहे हैं.
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