BCCI से की थी अपील... सचिन ने वानखेड़े में ही क्यों खेला आखिरी मैच? अब खोला सबसे बड़ा राज
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BCCI से की थी अपील... सचिन ने वानखेड़े में ही क्यों खेला आखिरी मैच? अब खोला सबसे बड़ा राज

इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने अपने जीवन का एक बड़ा राज खोल दिया है. इस सर्वश्रेष्ठ महान बल्लेबाज ने खुलासा किया है कि उन्होंने अपना आखिरी मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में ही क्यों खेला.

BCCI से की थी अपील... सचिन ने वानखेड़े में ही क्यों खेला आखिरी मैच? अब खोला सबसे बड़ा राज

Sachin Tendulkar: सचिन तेंदुलकर, क्रिकेट जगत का वो नाम जिसे बैटिंग करते देखने के लिए देशभर के फैंस ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के फैंस बेताब रहते थे. इस महान बल्लेबाज ने इंटरनेशनल क्रिकेट में वो मुकाम हासिल किया, जिससे उन्हें 'गॉड ऑफ क्रिकेट' का टैग मिला. दुनिया में सबसे ज्यादा रन बनाने वाला यह सर्वकालिक महान बल्लेबाज जब 2013 में आखिरी बार भारत की जर्सी में बैटिंग करने उतरा तो यह न सिर्फ खुद उनके लिए, बल्कि दुनियाभर के क्रिकेट फैंस के लिए इमोशनल पल था. 

16 नवंबर 2013 को सचिन तेंदुलकर ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला. दुनिया यह तो जानती है कि सचिन वानखेड़े के मैदान पर आखिरी बार भारत के लिए खेले, लेकिन फैंस को यह नहीं पता होगा कि उन्होंने आखिरी मैच खेलने के लिए यह मैदान ही क्यों चुना. इसकी वजह बेहद खास है, जिसके खुलासा रिटायरमेंट के सालों बाद अब मास्टर ब्लास्टर ने खुद किया है.

सचिन का इंटरनेशनल करियर

सचिन तेंदुलकर का इंटरनेशनल करियर 24 साल लंबा रहा. 1989 में महज 16 साल की उम्र में तेंदुलकर ने भारत के लिए पहला मैच खेला. पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच से इंटरनेशनल डेब्यू करते हुए सचिन ने कभी नहीं सोचा होगा कि उनका करियर 2 दशकों से भी लंबा रहेगा. इस दिग्गज बल्लेबाज का अनुभव जैसे-जैसे बढ़ा, वह महान बनने की ओर अग्रसर होते रहे और दुनिया में सबसे ज्यादा इंटरनेशनल रन बनाने वाले बल्लेबाज बने. 2013 में वानखेड़े में अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच (टेस्ट) खेलने से पहले इस दिग्गज ने कई ऐसे रिकॉर्ड नाम किए, जो अभी तक कायम हैं.

तेंदुलकर के महान रिकॉर्ड्स

सचिन तेंदुलकर की सबसे महान उपलब्धि है 100 शतक. इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 शतकों की उपलब्धि नाम करने वाले वह इकलौते और पहले बल्लेबाज हैं. इसके अलावा तेंदुलकर भारत की नहीं, बल्कि दुनिया में सबसे ज्यादा 34357 रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. टेस्ट (15921) और वनडे (18426) फॉर्मेट में भी उनके नाम सबसे ज्यादा रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है. तेंदुलकर सबसे ज्यादा 664 इंटरनेशनल मैच खेलने वाले क्रिकेटर भी हैं. टेस्ट में सबसे ज्यादा 51 शतक लगाने का रिकॉर्ड भी तेंदुलकर के ही नाम है.

वनडे और टेस्ट में शतकों और रनों का अंबार लगाने वाले सचिन ने एक टी20 इंटरनेशनल मैच भी खेला, जिसमें 10 रन बनाए. इन सबसे इतर तेंदुलकर ने गेंदबाजी में भी हाथ आजमाया और तमाम विकेट झटके. वनडे में उनके नाम 154 विकेट हैं, जबकि टेस्ट में 46 और टी20 इंटरनेशनल में वह 1 विकेट चटकाने में कामयाब रहे.

वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला आखिरी मैच

सचिन तेंदुलकर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने आखिरी इंटरनेशनल मैच टेस्ट फॉर्मेट में खेला, जिस फॉर्मेट से उनका डेब्यू हुआ था. इस मुकाबले को पारी और 126 रन से जीतकर भारतीय खिलाड़ियों ने उन्हें यादगार विदाई दी. तेंदुलकर ने मुकाबले की पहली पारी में 74 रन बनाए थे, जिन्हें फैंस हमेशा याद रखेंगे.

वानखेड़े में ही क्यों खेला आखिरी मैच?

वानखेड़े स्टेडियम की 50वीं एनिवर्सरी के मौके मैदान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सचिन तेंदुलकर समेत तमाम भारतीय क्रिकेटर्स मौजूद रहे. इस दौरान तेंदुलकर ने बताया कि उन्होंने BCCI से इस मैदान पर अपना आखिरी मैच खेलने के लिए अनुरोध किया था. सचिन ने कहा, 'मेरे आखिरी मैच की सीरीज की घोषणा होने से पहले मैंने BCCI से संपर्क किया और अनुरोध किया कि मैं चाहता हूं कि मेरा आखिरी मैच मुंबई में एक ही कारण से आयोजित हो.' 

बेहद खास है वजह

सचिन ने आगे कहा, 'मैंने इतने सालों तक क्रिकेट खेला. लगभग 30 साल. भारत के लिए 24 साल, मेरी मां ने मुझे कभी खेलते हुए नहीं देखा था. उस समय (रिटायर होने के दौरान) मेरी मां की तबीयत इतनी अच्छी नहीं थी कि वे मुझे खेलते देखने के लिए वानखेड़े के अलावा कहीं और जा सकें. मैं चाहता था कि वह देखें कि मैं 24 साल से अलग-अलग जगहों पर क्यों जा रहा हूं. BCCI ने बहुत विनम्रता से उस अनुरोध को स्वीकार कर लिया.' सचिन ने और क्या कुछ कहा, आप नीचे अटैच की गई वीडियो में देख सकते हैं.

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