shafali verma: महिला प्रीमियर लीग 2023 का ऑक्शन जारी है और कई खिलाड़ी इसके जरिए मालामाल हो गए हैं. शेफाली वर्मा को दिल्ली कैपिटल्स ने दो करोड़ में खरीदा है. शेफाली वर्मा का यहां तक का सफर आसान नहीं था. उन्हें यहां तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष उठाना पड़ा है. आइए उनकी कहानी जानते हैं.
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Auction In Women Premier League: भारतीय महिला क्रिकेट में एक नया अध्याय शुरू हो चुका है. महिला प्रीमियर लीग के लिए बोली लगाई जा रही है. बीसीसीआई ने ऑक्शन के लिए 448 खिलाड़ियों को शॉर्टलिस्ट किया है, जिसमें 270 भारतीय शामिल हैं. इस ऑक्शन में भारत की खिलाड़ियों पर पैसों की बरसात शुरू हो चुकी है. इसी कड़ी में शेफाली वर्मा पर भी दिल्ली कैपिटल्स ने दांव लगाते हुए उन्हें दो करोड़ में खरीदा है. हरियाणा के रोहतक जिले से शुरू हुआ शेफाली वर्मा का सफर अब पूरी दुनिया में भारतीय क्रिकेट का डंका बजा रहा है.
यहां तक पहुंचना आसान नहीं रहा
वैसे तो शेफाली वर्मा अब भारतीय महिला क्रिकेट में चर्चित नाम हो चुकी हैं लेकिन उनका यहां तक पहुंचना आसान नहीं रहा है. सिर्फ 16 की उम्र में टीम इंडिया की में एंट्री पाने के बाद हाल ही में उन्होंने अंडर19 T20 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम की कप्तानी भी की है. लेकिन एक समय ऐसा भी था जब हरियाणा के रोहतक की रहने वाली शेफाली वर्मा को लड़का बनकर खेलना पड़ा था. आइए जानते हैं इसके पीछे की कहानी क्या है.
लड़का बनकर क्रिकेट खेलती रहीं
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उस समय उनके होम टाउन में लड़कियों के लिए कोई क्रिकेट एकेडमी नहीं थी और लड़कों की एकेडमी ने उन्हें खिलाने से मना कर दिया था. इसके बाद उनके पिता ने यह फैसला लिया कि शेफाली बाल छोटे-छोटे कटवाकर लड़कों की एकेडमी में ही क्रिकेट खेलेगी. कई सालों तक शेफाली लड़का बनकर क्रिकेट खेलती रहीं. शेफाली के पिता संजीव वर्मा रोहतक में एक दुकान चलाते थे.
लोग ताना भी मारते थे
एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि यह सफर आसान नहीं रहा, कई बार लोग ताना भी मारते थे. शेफाली ने भी एक इंटरव्यू में बताया था कि शुरुआती एक-दो साल उनके पिता ने ही उन्हें और उनके भाई को प्रैक्टिस करवाई. शेफाली लड़कों के साथ खेलती थीं और इस कारण उन्हें अपने बाल कटवाने पड़े थे. शेफाली बताती हैं कि लड़कों के साथ खेलती थी.
फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा
शेफाली की प्रैक्टिस लगातार जारी रही और फिर उनके पिता संजीव वर्मा की मेहनत रंग लाई. एक रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि शेफाली को क्रिकेट खेलने का जूनून उस वक्त लगा जब 2013 में हरियाणा में सचिन तेंदुलकर अपना आखिरी रणजी मैच खेलने आए थे. इसके बाद फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा है.
बता दें कि मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में नीलामी का आयोजन हो रहा है. डब्ल्यूपीएल 2023 में कुल 5 टीमें (मुंबई इंडियंस, दिल्ली कैपिटल्स, आरसीबी, गुजरात जायंट्स और यूपी वारियर्स) हिस्सा ले रही हैं.
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