UP Encounter Today: अमिताभ यश ने अब तक 150 से ज्यादा बदमाशों का एनकाउंटर किया है. मुख्तार और अतीक गैंग के कई शार्प शूटर्स उनकी गोली का शिकार बने हैं. कानपुर के नामी बदमाश रहे विकास दुबे और उसके गैंग का सफाया भी अमिताभ यश की टीम ने किया था.
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Atiq Ahmad Son Encounter: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने गुरुवार को झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके एक साथी गुलाम को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है.एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में वॉन्टेड असद और गुलाम की एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई. दोनों पर 5-5 लाख रुपये का इनाम था. एनकाउंटर में मारे गए आरोपियों के पास से एडवांस विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं.
डिप्टी एसपी विमल और डिप्टी एसपी नवेंदु की अगुआई में एसटीएफ ने इस एनकाउंटर को अंजाम दिया. STF के एडीजी अभिताभ यश ने बताया कि दोनों बदमाशों को जिंदा पकड़ने के प्रयास किए गए थे. लेकिन उन्होंने पुलिस टीम पर गोलियां चलाईं. पुलिस एक्शन में दोनों आरोपी ढेर कर दिए गए. बता दें कि अमिताभ इससे पहले विभिन्न ऑपरेशन्स में कई कुख्यात बदमाशों को मौत के घाट उतार चुके हैं.
अब जानिए अभिताभ यश के बारे में
अमिताभ यश बिहार के भोजपुर से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता राम यश सिंह भी आईपीएस अफसर थे. दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से पढ़ाई करने के बाद यूपीएससी की तैयारी की और आईपीएस के लिए चुने गए. वह पहली बार संतकबीरनगर के एसपी बनाए गए थे. 11 महीने सर्विस करने के बाद वह जालौन, बाराबंकी, महाराजगंज, हरदोई, सीतापुर, बुलंदशहर के कप्तान रहे. इसके अलावा नोएडा-कानपुर में एसपी और एसएसपी का पद संभाला.
साल 2007 में जब यूपी में मायावती की सरकार थी, तब उनको एसटीएफ का एसएसपी बनाया गया था. उन्होंने ददुआ नाम के डकैत के खिलाफ ऑपरेशन चलाकर उसे ढेर कर दिया था, जिसका बुंदेलखंड के जंगलों में खौफ था. इसके बाद ठोकिया नाम के डकैत का खात्मा भी उनकी टीम ने किया था. अभिताभ यश ने चित्रकूट के जंगलों से भी डकैतों का सफाया कर दिया था. 2017 में जब योगी सरकार सत्ता में आई तो वह एसटीएफ के आईजी बने. 2021 में वह एसटीएफ एडीजी के पद पर पहुंचे.
नाम से कांपते हैं बदमाश
अमिताभ यश ने अब तक 150 से ज्यादा बदमाशों का एनकाउंटर किया है. मुख्तार और अतीक गैंग के कई शार्प शूटर्स उनकी गोली का शिकार बने हैं. कानपुर के नामी बदमाश रहे विकास दुबे और उसके गैंग का सफाया भी अमिताभ यश की टीम ने किया था. डार्क वेब से नशीली दवाओं की तस्करी करने वाले गैंग और पेपर लीक मामले में शामिल गिरोह, आयुष भर्ती घोटाला, पशुपालन घोटाला के आरोपियों को उन्होंने जेल की हवा खिलाई थी.
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