Jaipur : राजस्व वसूली में टारगेट पूरा करने में जुटा परिवहन विभाग, 7200 करोड़ रुपए है Revenue का लक्ष्य
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Jaipur : राजस्व वसूली में टारगेट पूरा करने में जुटा परिवहन विभाग, 7200 करोड़ रुपए है Revenue का लक्ष्य

राजस्थान परिवहन विभाग का राजस्व लक्ष्य रिवाइज कर दिया है. पहले जहां परिवहन विभाग को 7700 करोड़ रुपए का राजस्व लक्ष्य मिला था, जिसे वित्त विभाग ने अब 7200 करोड़ कर दिया है.

Jaipur : राजस्व वसूली में टारगेट पूरा करने में जुटा परिवहन विभाग, 7200 करोड़ रुपए है Revenue का लक्ष्य

Rajasthan Transport Department News : राजस्थान परिवहन विभाग इन दिनों राजस्व लक्ष्य को लेकर सक्रिय नजर आ रहा है. यही वजह है कि विभाग ने अब तक के लक्ष्य का 94 फीसदी से अधिक राजस्व अर्जित कर लिया है.

राजस्व अर्जन के मामले में जयपुर आरटीओ द्वितीय सबसे आगे है, जबकि पाली आरटीओ सबसे पीछे चल रहा है। क्या है राजस्व लक्ष्य को लेकर विभाग की स्थिति.

परिवहन विभाग ने इस बार राजस्व लक्ष्य पूरा करने के लिए कवायद तेज कर दी है. प्रदेशभर में अलग-अलग रीजन में राजस्व लक्ष्य पूर्ति के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं. अवैध वाहनों का संचालन रोकने के साथ ही बकाया टैक्स वाले वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है.

इसके लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रेया गुहा के निर्देशन में इंटर रीजन चैकिंग अभियान भी चलाया गया है. इंटर रीजन चैकिंग अभियान के तहत एक आरटीओ के उड़नदस्तों को दूसरे रीजन में भेजकर चैकिंग करवाई गई. बड़ी बात यह रही कि इस बार चैकिंग में परिवहन मुख्यालय के अधिकारियों के साथ ही आरटीओ खुद भी फील्ड में उतरे.

अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रेया गुहा बीच-बीच में आरटीओ और डीटीओ अधिकारियों से संवाद कर रही हैं. वहीं परिवहन आयुक्त मनीषा अरोड़ा डेली बेसिस पर अलग-अलग रीजन की समीक्षा कर रही हैं. सतत मॉनिटरिंग के चलते ही विभाग फरवरी तक के राजस्व का 94.16 फीसदी राजस्व अर्जित कर चुका है.

सभी 13 रीजन को फरवरी तक 5476 करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया गया था, इसमें से फरवरी तक 5156 करोड़ की प्राप्ति हो चुकी है। हालांकि रोडवेज से प्राप्त होने वाले राजस्व को मिलाकर 5499 करोड़ का राजस्व फरवरी तक प्राप्त किया जा चुका है.

जानिए, फरवरी तक कौन RTO आगे, कौन पीछे ?

- जयपुर RTO द्वितीय सबसे आगे, 144.28 करोड़ टारगेट, 178.79 अर्जित

- जयपुर RTO प्रथम दूसरे नंबर पर, 1086.45 करोड़ टारगेट, 1124.93 करोड़ प्राप्त

- अजमेर तीसरे पर, 481.47 करोड़ टारगेट में से 482.84 करोड़ अर्जित

- बीकानेर चौथे पर, 433.84 करोड़ टारगेट, 411.92 करोड़ प्राप्ति

- भरतपुर 5वें पर, 199.42 करोड़ में से 189 करोड़ राजस्व अर्जित

- सीकर छठे पर, 468.45 करोड़ लक्ष्य, 442.47 करोड़ प्राप्ति

- चित्तौड़गढ़ 7वें पर, 371.96 करोड़ में से 340.59 करोड़ अर्जित

- उदयपुर 8वें पर 523.04 करोड़ के टारगेट में से 472.41 करोड़ प्राप्त

- दौसा 9वें पर, 189.77 करोड़ के लक्ष्य में से 170.72 करोड़ अर्जित

- कोटा RTO 10वें पर, 380.90 करोड़ का लक्ष्य, 327.75 करोड़ हासिल

- जोधपुर RTO 11वें पर, 618.18 करोड़ लक्ष्य, 530.81 करोड़ प्राप्ति

- अलवर RTO 12वें पर, 290.41 करोड़ टारगेट, 246.83 करोड़ प्राप्ति

- पाली RTO 13वें पर, 288 करोड़ में से 237.06 करोड़ प्राप्ति

वहीं कुल राजस्व लक्ष्य की बात की जाए तो वित्त विभाग ने परिवहन विभाग का राजस्व लक्ष्य रिवाइज कर दिया है. पहले जहां परिवहन विभाग को 7700 करोड़ रुपए का राजस्व लक्ष्य मिला था, जिसे वित्त विभाग ने अब 7200 करोड़ कर दिया है. इसमें से फरवरी तक के लिए परिवहन विभाग का राजस्व लक्ष्य 5822.65 करोड़ रुपए था.

जिसमें से 5499.55 करोड़ प्राप्त किया जा चुका है. यानी विभाग को अभी तक 1700 करोड़ रुपए का राजस्व और जुटाना है. मार्च माह में परिवहन विभाग ने सभी रीजन को 1700 करोड़ का राजस्व जुटाने के निर्देश दिए हैं.

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