जयपुर ब्लास्ट मामले में पायलट बोले- आतंकियों की रिहाई दुखद, न्याय पालिका से न्याय नहीं दिला पा रहे तो हम दोषी
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जयपुर ब्लास्ट मामले में पायलट बोले- आतंकियों की रिहाई दुखद, न्याय पालिका से न्याय नहीं दिला पा रहे तो हम दोषी

Jaipur News: पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने जयपुर बम ब्लास्ट के दोषियों के बरी होने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए आतंक करने वालों की रिहाई दुखद है. पायलट ने कहा कि हम न्याय पालिका से न्याय नहीं दिला पा रहे हैं तो हम दोषी हैं. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.

 

जयपुर ब्लास्ट मामले में पायलट बोले- आतंकियों की रिहाई दुखद, न्याय पालिका से न्याय नहीं दिला पा रहे तो हम दोषी

Jaipur News: पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने जयपुर बम ब्लास्ट के दोषियों के बरी होने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए आतंक करने वालों की रिहाई दुखद है. पायलट ने कहा कि हम न्याय पालिका से न्याय नहीं दिला पा रहे हैं तो हम दोषी हैं. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, जिन्होंने जांच सही नहीं की, लोगों को न्याय मिलना चाहिए, सरकार को इस मामले में तुरंत अपील करना चाहिए.

पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपने निवास पर पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि हम सबको याद है कि ब्लास्ट हुए थे, कितने जानें गई थी आरोपी पकडे गए थे लोअर कोर्ट ने उनको सजा सुनाई थी . गृह विभाग व लॉ विभाग को आत्म चिंतन करना चाहिए कि क्या कमियां रह गई थी. आरोपियों का बरी होना गंभीर मामला है, जिम्मेदार लोगों पर जांच और कार्रवाई होनी चाहिए.

ऐसा कैसे हो गया ब्लास्ट किसी ने तो किया होगा. इसमें मौत कम होना या असहमति होना अलग बात है लेकिन सबूतों की वजह से रिहा कर दिया गया. जांच एजेंसियां पुख्ता रूप से जांच नहीं कर पाए, ऐसे में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए . पायलट ने कहा कि जिनकी मौतें हुई है उनको भी जवाब देना पड़ेगा. ऐसा अपराध करने वाले नहीं नहीं मिलते हैं, मिल जाते हैं, सजा होत है, लॉजिकल कन्क्लूड तक केस ले जाएंगे. सरकार को इसमें फिर से सबूत इकटठा करें . हम न्याय पालिका से न्याय नहीं दिला पा रहे हैं तो हम दोषी हैं.

राहुल के खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र - पायलट

पायलट ने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र किया जा रहा है. सत्ताधारी पार्टी के एमपी सदन नहीं चलने देना चाह रहे हैं क्याेंकि वो चर्चा और जेपीसी नहीं चाहते हैं. ऐसे में लोकतंत्र पर सवाल उठ रहे हैं. यह एक व्यक्ति की बात नहीं है, सवाल लोकतंत्र का है. विरोधी एमपी होंगे तो क्या उन्हें सदन से निकाल दोगे तो विपक्ष कैसे चलेगा. बाेलने नहीं दिया जा रहा है यह देख के लिए खतरनाक है. देश गलत दिशा में जा रहा है. कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे लोगों के बीच जाएंगे. विपक्षी दल जो कभी एक मंच पर नहीं आते थे सब एक मंच पर आ गए हैं.

पायलट ने कहा कि सूरत में केस किया पिछडावर्ग के जनप्रतिनिधि ने नहीं है बल्कि भाजपा विधायक ने जानबूझकर किया है. हाईकोर्ट से स्टे था जज बदले फिर सजा सुनाई गई है . अवमानना के केस को क्रिमीनल केस बनाकर काम किया गया. दो साल की सजा का मतलब जानूबूझ किया गया . जजमेंट आने के दो घंटे के अंदर सदस्यता खत्म कर दी, इसमें मंशा दिख रही है राजनीतिक एजेंडा दिखता है . कोर्ट ने 30 दिन का समय दिया था. यह कहते हुए इलेक्शन कमिशन ने वायनाड में चुनाव नहीं कराए. जजमेंट आना, सदस्यता खत्म कर देना, मकान से बाहर निकाल देना यह राजनीतिक षड्यंत्र है.

राहुल गांधी ने जब भी बाेला था भगौडों के लिए बोला था, उन्होंने तो मानमाहनि का केस नहीं किया. इसका मतलब यह है कि संसद से निकालकर भारत सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बोलेगा, अडाणी मामले को उठाएगा उसे कुचल दिया जाएगा.

मैनें अपनी बात बता दी, निर्णय एआईसीसी को करना है - पायलट

सचिन पायलट ने आने वाले चुनाव में खुद की भूमिका के सवाल पर कहा कि चर्चा हो रही है हम अपना काम कर रहे हैं. पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को पार्टी व सरकार के बारे में जो सुझाव देने हैं वो दे दिए हैं. पार्टी सेंटर लीडरशिप को समझाया उन्होंने स्वीकार किया है कुछ कदम उठाए भी हैं. अब यह निर्णय सेंटर लीडरशिप को लेना है. तीस साल से एक बार बीजेपी एक बार कांग्रेस को खत्म किया जा सकता है . एआईसीसी ने कोई की है या आगे क्या कार्रवाई करेगी इसका जवाब एआईसीसी को देना है.

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