पता था ऐसा होगा.. जम्मू-कश्मीर चुनाव से ठीक पहले इंजीनियर रशीद की रिहाई पर क्यों मचा बवाल?
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पता था ऐसा होगा.. जम्मू-कश्मीर चुनाव से ठीक पहले इंजीनियर रशीद की रिहाई पर क्यों मचा बवाल?

Engineer Rashid Bail: टेरर फंडिंग केस में जेल में बंद राशिद इंजीनियर ने लोकसभा चुनाव 2024 में बारामूला सीट पर उमर अब्दुल्ला को मात दी थी. दिल्ली की एक अदालत ने राशिद को जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए 2 अक्टूबर तक के लिए जमानत दी.

पता था ऐसा होगा.. जम्मू-कश्मीर चुनाव से ठीक पहले इंजीनियर रशीद की रिहाई पर क्यों मचा बवाल?

Engineer Rashid Bail: जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव के कुछ दिन पहले टेरर फंडिंग केस में जेल में बंद बारामूला से सांसद इंजीनियर राशिद को दिल्ली की पटियाला हाउस ने अंतरिम जमानत दे दी है. इंजीनियर राशिद की रिहाई के बाद राजनीतिक बवाल शुरू हो गया है और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) के अलावा पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने सवाल उठाए हैं. बता दें कि राशिद इंजीनियर ने लोकसभा चुनाव 2024 में बारामूला सीट पर उमर अब्दुल्ला को मात दी थी. दिल्ली की एक अदालत ने राशिद को जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए 2 अक्टूबर तक के लिए जमानत दी.

वोट जुटाने के लिए जमानत दी गई: उमर अब्दुल्ला

नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जेल में बंद सांसद इंजीनियर रशीद को कश्मीर के लोगों की सेवा करने के लिए नहीं, बल्कि वोट जुटाने के लिए जमानत दी गई है. रशीद को टेरर फंडिंग मामले में दिल्ली की एक अदालत द्वारा अंतरिम जमानत दिए जाने के बाद, उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'हमें पता था कि ऐसा होगा. मुझे बारामूला संसदीय क्षेत्र के लोगों के लिए दुख है, क्योंकि यह जमानत उन्हें सेवा करने या संसद में उपस्थित होने के लिए नहीं दी गई.' हालांकि, उन्होंने कहा कि यह देखना बाकी है कि मतदाता रशीद की अंतरिम जमानत पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं.

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कुछ तो बात है..: उमर अब्दुल्ला

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती द्वारा रशीद की अवामी इत्तेहाद पार्टी को भाजपा की ‘छद्म’ पार्टी बताए जाने के बारे में पूछे जाने पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वह इस मुद्दे पर बहुत सतर्क हैं, लेकिन 'यह अच्छा है कि महबूबा ने खुले तौर पर वह कहा है जो कई लोग सोच रहे थे.' उन्होंने कहा कि महबूबा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि रशीद भाजपा के निर्देश पर काम कर रहे हैं. उमर अब्दुल्ला से जेल में बंद मौलवी सरजन बरकती के गांदरबल सीट से उनके खिलाफ चुनाव लड़ने के बारे में भी पूछा गया, जिस पर उन्होंने कहा, 'कुछ तो बात है कि जेल में बंद लोग सिर्फ मेरे ही पीछे पड़े हैं.'

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गुलाम नबी आजाद ने फैसले का किया स्वागत

डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) के प्रमुख गुलाम नबी आजाद ने रशीद को मिली अंतरिम जमानत का स्वागत करते हुए कहा कि यह न्याय की दिशा में एक कदम है. उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, 'मैं दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत द्वारा इंजीनियर रशीद साहब को दी गई अंतरिम जमानत का स्वागत करता हूं. एक मजबूत जनादेश के साथ लोकतांत्रिक रूप से चुने गए सांसद के तौर पर, यह न्याय और विधानसभा चुनाव में प्रचार करने के उनके अधिकार की दिशा में एक कदम है.'

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महबूबा मुफ्ती ने राशिद की पार्टी पर साधा निशाना

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केवल उनकी ही पार्टी कश्मीर मुद्दे के समाधान की पैरवी करती है और ‘जेलों में निरूद्ध’ युवकों की बात करती हैं. उन्होंने जेल में बंद बारामूला के सांसद इंजीनियर राशिद की आवामी इत्तेहाद पार्टी (AIP) पर निशाना साधते हुए कहा कि जेल में बंद एक व्यक्ति चुनाव लड़ रहा है, जबकि गरीब व्यक्ति के परिवार को जेल में बंद अपने परिजनों से मिलने की अनुमति नहीं है.

महबूबा मुफ्ती ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में कहा, 'पीडीपी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो कश्मीर मुद्दे के समाधान की बात करती है, जो जेलों में बंद जम्मू-कश्मीर के युवाओं की बात करती है, जो जम्मू-कश्मीर में हो रहे अत्याचार की बात करती है. अन्य पार्टियां इससे चिंतित हैं और उनके पास लोगों से माफी मांगने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है.'
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)

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