विदिशा जिले में एक महिला नदी में बह गई. हालांकि महिला नदी में एक निर्माणाधीन पुल के सरियों के सहारे 7 घंटे नदी में फंसी रही, लेकिन जैसे ही महिला को लेने खोताखोरों की टीम नाव लेकर पहुंची तो महिला के नाव में बैठते ही वह भी पलट गई. इसके बाद जो हुआ वह अपने आप में आश्चर्यचकित करने वाला है. जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह जाता है.
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विदिशा। मध्य प्रदेश में तेज बारिश का दौर जारी है, प्रदेश में लगातार बारिश से कई इलाकों में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बारिश से कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति भी बन रही है. नदी नाले पूरी तरह से उफान पर हैं. लेकिन बारिश के इस मौसम में एक महिला के हौसले की बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल, विदिशा जिले में 35 साल की एक महिला नदी में बह गई, नदी का बहाव देखकर महिला का बचना मुश्किल लग रहा था. लेकिन महिला के हौसले ने मौत को भी मात दे दी. इस महिला की कहानी आपको भी आश्चर्यचकित कर देगी.
इस तरह हुआ था हादसा
दरअसल, विदिशा जिले के कुरवाई की रहने वाली सोनम दांगी उम्र 35 साल रक्षाबंधन पर अपने भाई के साथ मायके पड़रिया जा रही थी. रात करीब आठ बजे उनकी मोटरसाइकिल फिसल गई और महिला बेतवा नदी में गिर गई और दूर तक बह गई. महिला के भाई ने तुरंत परिजनों और प्रशासन को जानकारी दी. जानकारी लगते ही प्रशासन और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और महिला की तलाश शुरू कर दी.
7 घंटे पुल पर गुजारे
तलाश के दौरान रात में जानकारी मिली की महिला विदिशा जिले के गंज में जो पुल बन रहा है, उसके पिलर को पकड़ कर खड़ी हुई है. महिला ने निर्माणाधीन पुल के सरिए पकड़ रखे थे. जिससे वह पानी के बहाव में बहने से बच गई. लेकिन पानी का बहाव इतना तेज था कि रेस्क्यू ऑपरेशन कर रहे गोताखोंरों की नाव महिला तक नहीं पहुंच पा रही थी. जब पानी का बहाव कम हुआ तो सुबह साढ़े चार बजे के आस-पास गोताखोर नांव लेकर महिला के पास पहुंचे और उसे नांव में बैठा लिया.
नाव पलट गई
गोताखोरों ने महिला को लाइफ जैकेट पहनाकर नाव में बैठा लिया. लगा अब 7 घंटे के संघर्ष के बाद महिला की जान बच जाएगी. लेकिन यही मामला फिर बलट गया. गोताखोरों ने महिला को जिस नाव में बैठाया था, वह अचानक से पलट गई और महिला गोताखोरों के साथ फिर बह गई.
16 किलोमीटर बहकर भी जीती जिंदगी
जब नाव पलटी तो गोताखोर तो तेरकर वापस किनारे पर आ गए, लेकिन महिला पानी के तेज बहाव में फिर बह गई. महिला को तेरना भी नहीं आता था, लेकिन इस बार उसने लाइफ जैकेट पहन रखी थी. महिला किसी तरह हाथ पैर चलाती रही, लेकिन फिर भी वह 16 किलोमीटर दूर तक बह गई और राजखेड़ा गांव में महिला को एक पेड़ पकड़ में आ गया और वह उस से लटक गई. जैसे ही ग्रामीणों ने महिला को पेड़ से लटके देखा तो उन्होंने तुरंत मामले की जानकारी प्रशासन को दी.
जिसके बाद गंजबासौदा तहसील की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और ट्यूब के माध्यम से महिला को बाहर निकाला और इस तरह 16 घंटे पानी में गुजारने और और 16 किलोमीटर बहने के बाद भी महिला की जान बच गई. फिलहाल महिला को हाइपोथर्मिया की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां वह खतरे से बाहर है.
हौसले की मिसाल बनी महिला
लेकिन इस घटना के बाद महिला सोनम दांगी हौसले की नई मिसाल बनकर उभरी है. क्योंकि महिला ने खुद पर भरोसा कर जीवटता की अनूठी मिसाल पेश की है. आम तौर पर लोग इतने में हिम्मत हार जाते हैं. लेकिन महिला ने हिम्मत नहीं हारी और आखिरकार उसने मौत को मात दे दी.