MP News: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में संसदीय समिति की बैठक हुई थी, जहां AI के इस्तेमाल से लेकर टाइगर रिजर्व को ग्रेड ए में लाने और UNESCO धरोहर बनाने पर चर्चा की गई थी. संसदीय समिति की बैठक में कई अन्य अधिकारी भी शामिल हुए थे.
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Bandhavgarh Tiger Reserve MP: उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में कुछ नए बदलाव होने जा रहे हैं. बांधवगढ़ में अब AI के जरिए वन्यजीवों की सुरक्षा की जाएगी. दरअसल, संसदीय स्थायी समिति की बैठक में AI के इस्तेमाल की चर्चा की गई, जहां AI के इस्तेमाल से जंगलों और वन्यजीवों की सुरक्षा पर बात की गई. साथ ही बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व को ग्रेड ए में लोने और टाइगर रिजर्व को UNESCO धरोहर बनाने पर भी चर्चा की गई थी.
संसदीय स्थायी समिति की बैठक में समिति के अध्यक्ष निरंजन बीसी और राज्यसभा सांसद गुलाम अली के साथ-साथ वन, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल हुए थे. बैठक में AI के इस्तेमाल, बाघों की सुरक्षा, अवैध शिकार की रोकथाम, पर्यटन विकास के साथ-साथ जंगलों और वन्यजीवों की सुरक्षा जैसे जरूरी मुद्दे पर चर्चा की गई थी.
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व को UNESCO धरोहर बनाने की बात
निरंजन बीसी बताते हैं कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व को UNESCO हेरिटेज साइट में शामिल किया जाना चाहिए. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर का मिश्रण देखने को मिलता है. इसलिए इसे UNESCO के विश्व धरोहर में शामिल किया जाना चाहिए. इसके लिए जरूरी फंड व्यवस्था पर भी विचार किया है और साथ ही टाइगर रिजर्व को ग्रेड ए में लाने के योजनाओं पर भी विमर्श किया है.
AI का इस्तेमाल
निरंजन बीसी ने आगे बताया कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में कुछ नए बदलाव होने जा रहे हैं. जंगलों और वन्यजीवों की सुरक्षा की कड़ी में AI का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे की जंगलों और वन्यजीवों की सुरक्षा बेहतर और पुख्ता हो सके. उन्होंने बताया कि राज्यसभा की स्थायी समिती और सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी समिति अध्ययन यात्रा पर बांधवगढ़ आई थी, जहां उन्होनें AI के इस्तेमाल के बारे में जानकारी दी और बताया कि गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन के तहत बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व को ग्रेड ए में लाने की प्लानिंग है.