Liquor Ban In Khandoli Morena। मुरैना के खंडोली गांव के निवासियों ने शराब को लेकर एक अच्छा निर्णय लिया है. इस गांव में शराब को पूरी तरह से बंद कर (Prohibition) दिया गया है. अगर कोई भी व्यक्ति शराब पीते हुए या फिर पिलाते हुए पाया जाएगा तो उनके लिए दंड का प्रावधान (Punishment To Those Who Drink Alcohol) किया गया है.
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MP Me Sharabbandi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुरैना (Morena) में एक गांव में शराब बंद करने को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है. यहां की ग्राम पंचायत खंडोली (Khandoli) में लोगों ने अपने गांव में शराब बैन (liquor ban) को पूरी तरह लागू किया है. इस गांव में अगर कोई भी व्यक्ति शराब पीता हुआ पाया जाता है या फिर पिलाता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ गांव वालों ने दंड का प्रावधान (Punishment To Those Who Drink Alcohol) किया है.
कसम खाकर लिया फैसला
अगर किसी को अवैध शराब कहीं बिकती हुई मिलती है तो उसे सामाजिक दंड भी दिया जाएगा. इसके लिए पूरा गांव हनुमान जी के मंदिर पर एक जुट होकर कसम खाई की शराब न तो कोई पिएगा और न ही पीने देगा.
बंद हुई दुकानें
पंचायत के फैसले के बाद खंडोली में अवैध शराब की दुकानों पर ताला लगा दिया गया. इसके अलावा जो भी लोग शराब का कारोबार करते थे या फिर या फिर कारोबार करने वालों का साथ देते थे उन्होंने पंचायत के फैसले के बाद अपनी दुकानें बंद कर दी. साथ ही साथ कहा कि हम गांव के इस फैसले में साथ देना चाहिए.
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सभी के सहयोग से लिया गया निर्णय
पंचायत में शराब को लेकर बनाए जा रहे इस नियम में बुजुर्ग, नौजवान, महिलाएं सभी ने अपनी सहभागिता दिखाई और साथ मिलकर यह निर्णय लिया है कि अवैध शराब बंद की जाए. गांव वालों का कहना है कि शराब की वजह से नौजवानों के जीवन में काफी ज्यादा खतरा आ रहा है. इसके लिए यह कड़ा निर्णय लिया गया है.
100 से ज्यादा लोगों की मौत
शराब बंदी के निर्णय के बाद गांव वालों ने बताया कि साल 2000 से लेकर साल 2023 तक अवैध शराब की वजह से गांव के 100 से ज्यादा युवाओं की मौत हो चुकी है. इसके अलावा शराब की वजह से लागातार लोगों के जीवन में परेशानियां रहती हैं. कभी कोई शराब के नशे में घर वालों से लड़ाई झगड़े करता है तो कभी गांव वालों से. इस शराब की वजह से कई महिलाओं का सिंदूर उजड़ गया तो कई बच्चे अनाथ हो गए. लगातार हो रही धन जन हानि की वजह से गांव वालों ने ये फैसला लिया है.
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इसके पहले असफल रहा था निर्णय
मुरैना के खंडोली के निवासियों का कहना है कि इसके पहले भी गांव के बुजुर्गों ने शराब को बंद करने के लिए कई प्रयास किए थे लेकिन तब उनका प्रयोस सफल नहीं हो पाया था. पर इस बार पंचायत में इसे लेकर निर्णय लिया गया और लोगों ने एक साथ आकर शराब बंद करने का निर्णय लिया.