Hanuman Jayanti Big Story: 6 अप्रैल को संकटमोचन हनुमान जी की जयंती है. इस अवसर पर हनुमान जी के मंदिर में अभी से उत्सव की तैयारियां शुरु हो गई है. इससे पहले हम जानते हैं बैतूल स्थित दक्षिणमुखी हनुमान सिद्ध पीठ मंदिर का इतिहास.
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Hanuman Jayanti 2023: आने वाली 6 तारीख को हनुमान जयंती है. देशभर के बाबा बजरंगबली के भक्तों में इसे लेकर काफी ज्यादा उत्साह है. देश में कई ऐसी मंदिर है जहां पर हनुमान जी के आस्था का जिक्र होता है. ऐसा ही एक मंदिर मध्य प्रदेश के बैतूल में है इसे दक्षिणमुखी हनुमान सिद्ध पीठ मंदिर के नाम से जानते हैं. कहा जाता है यहां पर आने वाला कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं जाता है. इस मंदिर का इतिहास द्वापर युग से जुड़ा है बताया जाता है कि पांडवों ने यहीं पर अपने शस्त्र छिपाए थे.
200 साल पुराना है मंदिर
दक्षिण मुखी हनुमान सिद्ध पीठ मंदिर को लेकर कहा जाता है कि ये 200 साल पुराना है. बजरंगबली के भक्तों का तांता यहां हर मंगलवार लगता है. यहां पर हनुमान जयंती को लेकर काफी तैयारियां की गई है. कहा जाता है कि जिस भक्त को कोई समस्या रहती है वो यहां पहुंचता है तो उसकी दिक्कतें दूर हो जाती है.
मंदिर पहुंचने वाले भक्त भोज पत्र व पीपल के पत्ते पर राम का नाम लिखकर हनुमान जी के चरणों में चढ़ाते हैं. ऐसा करने वाले भक्तों को लेकर कहा जाता है कि सारे दुख हनुमान जी दूर कर देते हैं और ऐसा संयोग है कि यहां पर हनुमान जी और भगवान शमी के पट खुलने के बाद एक साथ दर्शन होते हैं.
पांडवों ने छिपाए थे अस्त्र
मंदिर को लेकर कई तरह की मान्यताएं प्रचलित है. कहा जाता है कि यहां पर महाभारत के युद्ध के दौरान पांडवो ने मंदिर के पास शमी के पेड़ पर अपने अस्त्र शस्त्र छिपाए हुए थे. यह पेड़ मंदिर के ठीक सामने आज भी स्थित है. इसके अलाव मंदिर को लेकर कहा जाता है कि यहां पर हनुमान जी के दाहिने हाथ में संजीवनी पर्वत का भी प्रमाण पाया जाता है.
हनुमान जयंती को लेकर हो रही तैयारियां
हनुमान जी के मंदिर को लेकर कहा जा रहा है कि आने वाली हनुमान जयंती पर भव्य उत्सव मनाया जाएगा. इसे लेकर मंदिर में काफी व्यवस्था की जा रही है. हनुमान जी की जयंती पर यहां भक्त भारी संख्या में पहुंचते हैं. इस बार भी यही आलम देखने को मिल सकता है.