Gwalior Crime: ग्वालियर पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए 720 ग्राम एमडीएमए सहित 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. एमडीएमए की कीमत करीब 50 लाख रुपए बताई जा रही है. पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि ड्रग सप्लाई के चेन का पता लगाया जा रहा है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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ग्वालियरः शहर की उपनगर मुरार और क्राइम ब्रांच पुलिस टीम ने संयुक्त कार्यवाई को अंजाम दिया है. टीम ने एमडीएमए ड्रग की बड़ी खेप पकड़ी है. ड्रग की खेप महाराष्ट्र और गोवा के सीमावर्ती इलाके से झांसी के एक बिचौलिए द्वारा लाई गई थी. इसे सप्लाई करने वाले में दतिया के 5 तस्करों की अहम भूमिका थी. पुलिस द्वारा पकड़े गए 7 आरोपियों में एक महिला भी शामिल है. इनके पास से 720 ग्राम एमडीएमए सहित दो देशी तमंचे और सात जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं.
720 ग्राम एमडीएमए ड्रग बरामद
हाई प्रोफाइल पार्टी और रेव पार्टी में चलने वाले खतरनाक एमडीएमए यानी मिथाइलीन डायओक्सी मेथाम्फेटामाइन ड्रग की बड़ी खेप सहित 7 तस्तकरों को ग्वालियर पुलिस ने पकड़ी है. पुलिस इनके कब्जे से 720 ग्राम ड्रग बरामद की है. इसकी अनुमानित कीमत 50 लाख रुपए बताई गई है. यह ड्रग अमूमन युवाओं की पार्टी में सप्लाई होती है, जिसे कॉलेज के लड़के लड़कियां बड़ी संख्या में कंज्यूम करते हैं. इस ड्रग की सप्लाई करने वाले मुख्य आरोपी झांसी के चिरगांव के रहने वाले व्यक्ति की तलाश में पुलिस की एक टीम उसके ठिकाने पर रवाना की गई है.
सूचना के आधार पर पुलिस ने की कार्रवाई
दरअसल क्राइम ब्रांच और मुरार पुलिस को सूचना मिली थी कि मुरार थाना क्षेत्र के गौशाला रोड पर कुछ लोग संदिग्ध हालत में खड़े हैं. पुलिस की टीम जब इन संदिग्धों की तलाश करने पहुंची तब उन्हें एक महिला सहित छह पुरुष दिखाई दिए, जो दो मोटरसाइकिलों पर अलग-अलग खड़े हुए थे. इन लोगों ने भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया. आरोपियों में पांच दतिया के एक ग्वालियर तथा एक गोरमी भिंड का रहने वाला बताया गया है. इनके नाम सोनम राजपूत सुरेंद्र सिंह मोहित तिवारी ह्रदेश कुशवाहा ओम प्रकाश बाथम सुनील परिहार मुकेश दांगी और मनीष मिश्रा है.
दो देशी तमंचे सहित सात जिंदा कारतूस बरामद
मनीष मिश्रा फिलहाल फरार है, जिसे तलाश में पुलिस की टीम झांसी गई है. इनके पास से प्लास्टिक की थैली में ये मादक पदार्थ मिला है. इसके अलावा दो देशी तमंचे और सात जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं. इस ड्रग को यह लोग चिरगांव झांसी के रहने वाले ड्रग माफिया से लेकर आए थे और ग्वालियर में सप्लाई करने वाले थे. पुलिस का कहना है कि इस मामले में ड्रग सप्लाई की पूरी चेन का पता लगाया जाएगा और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. यह ड्रग स्मैक से भी ज्यादा खतरनाक है. ड्रग की इतनी बड़ी खेप से कई युवा नशे की गर्त में जा सकते थे.
क्या होता है MDMA ड्रग्स
MDMA एक तरह का सिंथेटिक ड्रग है, जो उत्तेजक और मतिभ्रम के रूप में काम करता है. इसके सेवन से कुछ ही समय में शरीर में बदलाव आने शुरू हो जाते हैं और शरीर के ऊर्जा में अचानक वृद्धि होती है. इस ड्रग से सेल्फ अवैयरनेस और सहानुभूति पैदा हो सकती है. इस ड्रग का असर शरीर में सामान्यतः 3 से 6 घंटे तक रहता है. इसका सेवन करना जानलेवा साबित हो सकता है. इस ड्रग का सेवन करने से सोचने की क्षमता प्रभावित होती है. साथ ही इसका लंबे समय तक सेवन करने से लिवर, किडनी और हार्ट को प्रभावित होता है.
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