Barwah Vidhan Sabha Seat: मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के बड़वाह विधानसभा सीट (barwah Seat Analysis) पर वर्तमान में कांग्रेस का कब्जा है. इस बार यहां का क्या समीकरण होगा और इस सीट का क्या इतिहास है यहां जानें.
Trending Photos
Barwah Vidhan Sabha Seat: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का ऐलान कभी भी हो सकता है. ऐसे में राजनीतिक दल एक-एक विधानसभा सीट पर तैयारियों में जुटे हैं. वहीं खरगोन जिले में विधानसभा की 6 सीट आती है. जिसमें बड़वाह विधानसभा सीट भी शामिल है. यहां पर कांग्रेस का ही कब्जा है. वर्तमान में इस विधानसभा सीट से कांग्रेस के सचिन बिड़ला विधायक हैं. आईये जानते हैं इस सीट का पूरा समीकरण...
बड़वाह सीट का जातीय समीकरण
बड़वाह विधानसभा क्षेत्र नर्मदा किनारे बसा हुआ है. जो मिर्च उत्पादन के लिए भी काफी मशहूर है. बड़वाह सीट पर गुर्जर समुदाय का दबदबा है. गुर्जर बाहुल्य होने से चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाता है. यहां राजपूत वोटर्स का भी अहम रोल होता है.
कुल मतदाता : 2,08,323 (2018 के मुताबिक)
पुरुष मतदाता : 1,07,271
महिला मतदाता : 1,01,051
बड़वाह सीट का राजनीतिक इतिहास
बड़वाह विधानसभा सीट की बात की जाए तो 1990 के बाद से यहां 7 बार हुए चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा 4 बार जीत हासिल की है. जिसमें पार्टी ने एक बार लगातार जीत की हैट्रिक भी मारी है. वहीं 1972 में कांग्रेस से अमोलक चाजेड जीते तो 1977 में जेएनपी से रमेश शर्मा ने जीत हासिल की. इसके बाद 1980 में बीजेपी से कैलाश पंडित को जीत मिली फिर 1985 में कांग्रेस से राणा बालबहादुर सिंह ने इस सीट पर जीत हासिल की. फिर 1990 में बीजेपी से चंद्रकात गुप्ता ने जीत हासिल की, इसके बाद 1993-98 में यहां कांग्रेस ने जीत हासिल की.
Bhikangaon Vidhan Sabha Seat: भीकनगांव सीट पर कांग्रेस पलड़ा भारी, क्या बीजेपी इस बार मारेगी बाजी?
लेकिन 2003 के चुनाव में बीजेपी ने यहां पर जीत का जो सिलसिला शुरू किया वो 3 चुनावों तक जारी रहा. हितेंद्र सिंह सोलंकी ने जीत की हैट्रिक 2013 के चुनाव में लगाई. लेकिन उनकी जीत का रथ 2018 में थम गया और करारी हार का सामना करना पड़ा.
2018 में कैसा रहा नतीजा
बात अगर 2018 के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बार में की जाए तो यहां से कांग्रेस के सचिन बिड़ला को चुनाव में 96,230 वोट मिले, वहीं तीन बार के विजेता रहे हितेंद्र सिंह सोलंकी महज 65,722 वोट आए. इस तरह सचिन बिड़ला ने 30,508 मतों के अंतर से चुनाव में जीत हासिल कर ली.