जमीन पर कब्जे के लिए ग्रामीणों ने काटा जंगल, 9 आरोपी गिरफ्तार
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जमीन पर कब्जे के लिए ग्रामीणों ने काटा जंगल, 9 आरोपी गिरफ्तार

बलरामपुर जिले में जंगल की जमीन पर अतिक्रमण करने के लिए सैकड़ों हरे भरे पेड़ों की कटाई का मामला सामने आया है. यहां के ग्रामीणों द्वारा पेड़ों की अवैध कटाई के अलावा पेड़ों पर गार्डलिंग कर दिया गया है.

जमीन पर कब्जे के लिए ग्रामीणों ने काटा जंगल, 9 आरोपी गिरफ्तार

बलरामपुर: बलरामपुर जिले में जंगल की जमीन पर अतिक्रमण करने के लिए सैकड़ों हरे भरे पेड़ों की कटाई का मामला सामने आया है. यहां के ग्रामीणों द्वारा पेड़ों की अवैध कटाई के अलावा पेड़ों पर गार्डलिंग कर दिया गया है. जिसके कारण कुछ ही दिनों में हरे भरे विशाल पेड़ खड़े-खड़े सुख जाएंगे. ग्रामीण जंगल की जमीन पर अतिक्रमण कर उसमें खेती करना भी शुरू कर दिए तो वहीं कुछ ग्रामीण इसके लिए शासन और वन विभाग को दोषी ठहरा रहे हैं. वहीं मामला सामने आने के बाद फारेस्ट विभाग ने 09 आरोपियों को लोक संपति अधिनियम के तहत कार्यवाही करते हुए जेल भेज दिया है.

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दरअसल पूरा मामला जिले में कुशमी वन परिक्षेत्र के बैरडीह गांव से लगे हुए जंगल का है. जहां पर ग्रामीणों ने वन भूमि पट्टा मिलने की लालच में जंगल मे करीब 100 से अधिक छोटे बड़े हरे भरे पेड़ो की कटाई कर के उसमें अतिक्रमण करने का प्रयास कर रहे है. इसके अलावा ग्रामीणो द्वारा जंगल के अंदर विशाल हरे भरे पेड़ों की गार्डलिंग भी कर दी गई है. जिसके कारण पेड़ कुछ ही दिनों में सुख कर गिर जाएंगे.

पट्टा दिए जाने के बाद भी कटाई
ग्रामीणों ने जंगल की जमीन पर पेड़ों की कटाई के बाद उसमें खेती भी शुरू कर दी है. वहीं पेड़ों की अवैध कटाई को लेकर कुछ ग्रामीण नाराज है और उनका कहना है कि सरकार द्वारा वन भूमि का पट्टा दिया जा रहा है. जिसके लालच में ग्रामीण द्वारा पेड़ों की अवैध कटाई कर जंगल की जमीन पर अतिक्रमण करने की होड़ मची हुई है. इसके लिए वन विभाग में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा देखरेख का अभाव है और यही कारण है. आज ग्रामीण जंगल की कटाई कर जमीन में खेती कर रहे है. 

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9 आरोपियों को भेजा जेल
वहीं बैरडीह फॉरेस्ट बीट के इंचार्ज का पूरे मामले में अलग ही तर्क है. उनका कहना हैं कि कार्यक्षेत्र बडा होने के कारण जंगल की रक्षा करने असमर्थता जताते हुए कहा है कि जंगल के भीतर जाने में उनको ग्रामीणों से खतरा भी महसूस होता है. मामला उजागर होने के बाद अब जिले के वन मंडला अधिकारी ने जंगल की अवैध कटाई के मामले में नौ आरोपियों के खिलाफ चार अलग-अलग धाराओं में कार्यवाही करते हुए जेल भेज दिया है.

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