कुत्ते को कार में किया बंद, ताज महल देखकर लौटे तो हो चुकी थी मौत, केस दर्ज
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कुत्ते को कार में किया बंद, ताज महल देखकर लौटे तो हो चुकी थी मौत, केस दर्ज

घटना के बाद एक स्थानीय व्कक्ति ने उसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया. देखते ही देखते ये वीडियो वायरल हो गया. इस पर संज्ञान लेते हुए यूपी पुलिस ने जवाब दिया और आगरा पुलिस से मामले की जांच करने को कहा.

कुत्ते को कार में किया बंद, ताज महल देखकर लौटे तो हो चुकी थी मौत, केस दर्ज

आगरा में ताजमहल की पार्किंग में एक लैब्राडोर कुत्ते की दम घुटने से मौत हो गई. दरअसल, कुत्ते का मालिक पार्किंग में अपनी कार के अंदर कुत्ते को जंजीर से बांधकर ताजमहल देखने चला गया था. इधर, उमस भरे मौसम में कुत्ता दो घंटे से अधिक समय तक कार में बंद रहा और इस दौरान गाड़ी के अंदर न तो हवा थी और न ही पानी. ऐसे में दम घुटने से उसकी मौत हो गई.

घटना के बाद एक स्थानीय व्कक्ति ने उसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया. देखते ही देखते ये वीडियो वायरल हो गया. इस पर संज्ञान लेते हुए यूपी पुलिस ने जवाब दिया और आगरा पुलिस से मामले की जांच करने को कहा. इसके बाद आगरा पुलिस ने कहा, ''संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.''

इसके बाद कार मालिक के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई. ताजगंज के SHO देवेन्द्र शंकर पांडे ने कहा, “पार्किंग ठेकेदार की शिकायत के आधार पर सोमवार को हरियाणा के हिसार जिले के निवासी कार मालिक अजय कुमार के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. मौत का सही कारण पता लगाने के लिए पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है.''

मामले से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, 'ऐसा लगता है कि गर्मी और उमस से परेशान होकर, पालतू जानवर ने गाड़ी के अंदर संघर्ष किया होगा और बाहर आने की कोशिश की होगी. इसी दौरान कुत्ते के गले में बंधी चेन कार के हैंडब्रेक में उलझ गई, जिससे उसकी गर्दन दब गई और उसकी मौत हो गई.'

पुलिस ने कहा कि घटना ताज महल के पश्चिमी गेट पार्किंग स्थल पर हुई. पालतू जानवरों को ताज परिसर के अंदर जाने की अनुमति नहीं है. मामले में शिकायत दर्ज कराने वाले पार्किंग ठेकेदार गज्जू प्रधान ने कहा, 'वाहन में दो महिलाओं समेत 4 लोग एक कुत्ते के साथ थे. उन्होंने दोपहर 12 बजे के आसपास अपनी कार पार्क की और कुत्ते को अंदर बंद कर दिया और एक तरफ की पिछली खिड़की थोड़ी खुली हुई थी.'

पार्किंग अटेंडेंट और एक गाइड ने उनसे कुत्ते को बाहर छोड़ने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया. जब वे दो घंटे बाद लौटे, तो जानवर पहले ही मर चुका था. पालतू जानवर के मालिक के लापरवाह व्यवहार की निंदा करते हुए पशु अधिकार कार्यकर्ता विनीता अरोड़ा ने कहा, यह एक निर्मम हत्या है. आरोपी पर आईपीसी की धारा 429 (जानवरों को मारना या विकलांग करना) लगाया जाना चाहिए. 

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