अरे ये क्या! फडणवीस तो मुख्यमंत्री हैं फिर महाराष्ट्र में गार्जियन मिनिस्टर कैसे बन गए? जान लें अंदर की कहानी
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अरे ये क्या! फडणवीस तो मुख्यमंत्री हैं फिर महाराष्ट्र में गार्जियन मिनिस्टर कैसे बन गए? जान लें अंदर की कहानी

Guardian Minister of Maharashtra: महाराष्ट्र में गार्जियन मंत्री यानी संरक्षक मंत्री का ऐलान हो चुका है. पहली बार है जब मुख्यमंत्री को भी किसी जिले का गार्जियन मिनिस्टर बनाया गया है. इसके अलावा एनसीपी नेता और मंत्री धनंजय मुंडे को इस लिस्ट से बाहर कर दिया गया है. 

अरे ये क्या! फडणवीस तो मुख्यमंत्री हैं फिर महाराष्ट्र में गार्जियन मिनिस्टर कैसे बन गए? जान लें अंदर की कहानी

Guardian Ministers: मंत्रियों के शपथ लेने के एक महीने बाद महाराष्ट्र सरकार ने शनिवार को राज्य के सभी 36 जिलों के लिए गार्जियन मंत्रियों का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली जिले का गार्जियन मंत्री बनाया गया है. वह गार्जियन मंत्री बनने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं. उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को मुंबई सिटी और शिवसेना के गढ़ ठाणे का गार्जियन मंत्री बनाया गया है. वहीं उपमुख्यमंत्री अजित पवार बीड़ और पुणे के गार्जियन मंत्री होंगे. जबकि इस बार धनंजय मुंडे को इस लिस्ट से बाहर रखा गया है. 

धनंजय मुंडे लिस्ट से बाहर

महाराष्ट्र में मंत्रियों को एक या उससे ज्यादा जिलों की जिम्मेदारी दी जाती है. पिछले महीने राज्य में भाजपा-राकांपा-शिवसेना की नयी सरकार के गठन के बाद से ही इस घोषणा का इंतजार था. बीड के परली से विधायक धनंजय मुंडे पिछली सरकार के दौरान बीड जिले के गार्जियन मिनिस्टर थे. हालांकि हाल ही में जिले में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या को लेकर वह विपक्ष और स्थानीय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायकों के निशाने पर आ गए. इस मामले में मुंडे के सहयोगी वाल्मिक कराड को गिरफ्तार किया गया है. राकांपा प्रमुख अजित पवार ने इस विवाद को लेकर मुंडे से इस्तीफा मांगने से इनकार कर दिया था.

पहली बार नियुक्त किए गए सह-गार्जियन मंत्री

शिवसेना के आशीष जायसवाल गढ़चिरौली के सह-गार्जियन मंत्री होंगे.भाजपा के आशीष शेलार मुंबई उपनगर के गार्जियन मंत्री होंगे और मंगल प्रभात लोढ़ा सह-गार्जियन मंत्री के तौर पर काम करेंगे. भाजपा के चंद्रशेखर बावनकुले नागपुर और अमरावती के गार्जियन मंत्री होंगे. राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक यह पहली बार है जब राज्य सरकार ने सह-गार्जियन मंत्री नियुक्त किए हैं, जबकि राज्य कैबिनेट में 42 मंत्री हैं.

कई नेताओं को दिया झटका

एनसीपी को एक और झटका देते हुए भाजपा के गिरीश महाजन को नासिक के गार्जियन मंत्री बनाया गया है. एनसीपी के माणिकराव कोकाटे नंदुरबार, भाजपा के जयकुमार रावल धुले और गणेश नाइक पालघर के गार्जियन मंत्री होंगे. जबकि शिवसेना के संभुराजे देसाई सातारा, उदय सामंत को रत्नागिरी की जिम्मेदारी सौंपी गई है. शिवसेना के भरत गोगावले को झटका देते हुए एनसीपी की अदिति तटकरे रायगढ़ की गार्जियन मंत्री बनाया गया है.

क्या होते हैं गार्जियन मिनिस्टर?

गार्जियन मिनिस्टर को संरक्षक मंत्री भी कहा जाता है. ये मंत्री कैबिनेट स्तर का मंत्री होते हैं जिन्हें राज्य सरकार के ज़रिए राज्य के अंदर जिले स्तर के विकास की देखरेख के लिए नियुक्त किया जाता है. संरक्षक मंत्री जिले में राज्य सरकार की अलग-अलग योजनाओं और कार्यक्रमों की देखरेख करता है और यह यकीनी बनाना होता है कि जिले का प्रशासन कुशलता से काम कर रहा है. 

किन नेताओं को दिया जाता है यह पद?

यह पद आम तौर पर सत्तारूढ़ दल के एक सीनियर राजनेता के पास होता है, जो केंद्र, राज्य सरकार और जिला प्रशासन के बीच संपर्क का भी काम करता है. यह सुनिश्चित करता है कि जिले को अपने विकास लक्ष्यों को पूरा करने के लिए आवश्यक संसाधन और सहायता मिले. यह पद आम तौर पर विधानसभा के सदस्य या फिर कैबिनेट मंत्री को दिया जाता है. जिसे उस जिले के विकास पर मंत्री का व्यक्तिगत ध्यान दिलाने के लिए नामित किया जाता है.

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