Jammu Kashmir News: गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने जम्मू कश्मीर को लेकर दिल्ली में हाईलेवल मीटिंग की. इस खास बैठक में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई.
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Jammu Kashmir security review: गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने जम्मू कश्मीर को लेकर दिल्ली में हाईलेवल मीटिंग की. इस खास बैठक में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुआ. सूत्रों के हवाले से जानकारी आ रही है कि इस बैठक में अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2024) की सुरक्षा को लेकर भी चर्चा होगी. इस अहम बैठक में देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी गृह मंत्रालय में मौजूद हैं.
देश की सारी सिक्योरिटी एजेंसियों के अफसर मौजूद
वहीं सेना (Army), बीएसएफ (BSF) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के अधिकारी भी बैठक में मौजूद है. गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर को छलनी किया जा रहा है. वहां की शांति व्यवस्था प्रभावित करने की कोशिश सीमा पार यानी पाकिस्तान की ओर से लगातार की जा रही है. हाल ही मेंरियासी, कठुआ और डोडा में आतंकवादी हमले हुए थे. जिसको लेकर केंद्र की सरकार अब पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गई है. एक ओर जहां कहीं भी आतंकिया का इनपुट मिल रहा है. उन्हें घेर घेर के मारा जा रहा है. आंतकवादियों के सफाए का ऑपरेशन जारी है. सेना हर एक आतंकवादी को ढर करने के लिए प्रतिबद्ध है. भारतीय सरक्षा बलों का ऑपरेशन जारी है. वहीं अमरनाथ यात्रा और घाटी की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
'आस्था' पर आतंकी साया - अमरनाथ यात्रा
1. यात्रा पर हमले की साजिश. 2. यात्रा के दोनों रास्तों पर कड़े सुरक्षा इंतजाम. 3.श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे पर कड़ी नजर
वैष्णो देवी यात्रा
1. रियासी से कटरा के 30 KM मार्ग पर अतिरिक्त सुरक्षा. 2. हर बस में 2 सुरक्षाकर्मी तैनात. 3. पांच अन्य जगहों पर बैरक तैयार. 4.यात्रियों को ट्रैक करने के लिए तैयारी
चलिए अब आपको बताते हैं कि अमरनाथ यात्रा को लेकर क्या पुख्ता इंतजाम हैं.
29 जून से शुरु हो रही अमरनाथ यात्रा को लेकर CRPF के 30,000 जवानों की तैनाती की गई है. J&K पुलिस और BSF के जवान भी सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभाल रहे हैं. जम्मू से गुफा तक 60 हजार जवान तैनात रहेंगे. यात्रा मार्ग की CCTV कैमरों से 24x7 हवाई निगरानी की जा रही है. यात्रा मार्ग में जगह-जगह स्नाइपर्स तैनात किए गए हैं. बम निरोधक दस्तों की भी तैनाती होगी. हर दिन 15000 यात्रियों को अनुमति होगी.
देशभर में पाकिस्तान के प्रति बढ़ा आक्रोश- क्या कश्मीर में कुछ बड़ा होने वाला है?
रियासी, डोडा और कठुआ के बाद देशभर में एक बार फिर से आतंकवाद का फन कुचलने की मांग तेज हो गई है. गृह मंत्रालय भी एक्शन मोड में दिख रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि कश्मीर घाटीं में छिपे आतंकवादियों का अंत निकट है. बीते 5 सालों में जम्मू-कश्मीर में लगातार आतंकवाद में कमी आई है. विकास हो रहा है. 370 हटने के बाद युवा अब कश्मीर की तरक्की के साथ अपना भविष्य चमकाने का सपना देख रहे हैं. यह सब चीजें पड़ोसी पाकिस्तान को पसंद नहीं आ रही हैं, ऐसे में आतंकवादी भेजकर भारत की शांति को भंग करने के लिए लगातार उकसावे वाली हरकतें कर रहा है.
माना जा रहा है कि आज की अमित शाह की बैठक में पाकिस्तान के इलाज को लेकर भी चर्चा हो सकती है.