Acid attack Male victims: जब भी हम एसिड अटैक की खबर सुनते हैं, तो हमारे जेहन में एक लड़की की तस्वीर उभरती है. चेहरा छुपाए एक लड़की, पट्टियों में लिपटी एक लड़की, चीखती-चिल्लती और इंसाफ की गुहार लगाती एक लड़की. इसकी वजह है कि एसिड अटैक की शिकार ज्यादातर लड़कियां होती हैं, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है कि सिर्फ महिलाओं पर ही तेजाब फेंका जाता है, पुरुषों पर भी एसिड अटैक होते हैं और उन्हें पहली बार देश में पेंशन मिलने जा रही है. जानें पूरा मामला.
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Acid Attack Pension: पंजाब में अब एसिड अटैक से पीड़ित पुरुषों को भी पेंशन मिलेगी, यह हम नहीं कह रहे हैं. बल्कि पंजाब सरकार ने एसिड अटैक से पीड़ित पुरुषों के लिए आठ हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन देने का फैसला किया है. पंजाब सरकार ने यह जानकारी पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में दी है. हाईकोर्ट संगरूर जिले के धूरी निवासी पीड़ित मलकीत सिंह की ओर से दायर एक याचिका की सुनवाई कर रहा था. जानें पूरा मामला.
पंजाब सरकार देगी एसिड अटैक पीड़ित को 8 रुपए पेंशन
मलकीत सिंह ने हाईकोर्ट को बताया कि पंजाब सरकार ने 2017 में पंजाब एसिड अटैक विक्टिम नीति बनाई थी, जिसे पूरी तरह से महिलाओं पर केंद्रित कर बनाया गया था. लेकिन यह जरूरी नहीं कि एसिड अटैक केवल महिलाओं पर ही हो, यह पुरुषों पर भी हो सकता है. पीड़ित ने बताया कि उस पर भी एसिड अटैक हुआ था जिसमें वह अपनी दोनों आंखें खो चुका है और किसी भी तरह का काम करने में असमर्थ है.
प्रतिमाह 8000 पेंशन
इसके बावजूद उसको पंजाब सरकार की एसिड अटैक विक्टिम पॉलिसी का कोई लाभ नहीं मिल रहा क्योंकि पंजाब सरकार की जो नीति है वह केवल महिलाओं के लिए ही बनाई गई है. जिसके बाद यह मामला हाईकोर्ट में आ गया था, सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार ने हाईकोर्ट में बताया कि याची की पेंशन लगाई जा चुकी है और एरियर का चेक भी सरकार ने कोर्ट में सौंप दिया गया है. पंजाब सरकार ने एसिड अटैक पीड़ित को प्रतिमाह 8000 पेंशन देने का निर्णय किया है.
देश में पहले पीड़ित पुरुष को मिली पेंशन
मीडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक याचिकाकर्ता के वकीत एचसी अरोड़ा ने बताया कि मलकीत देश के पहले एसिड अटैक पीड़ित पुरुष हैं और उनके लिए पंजाब सरकार ने पेंशन का प्रावधान किया है.
मलकीत का क्या था मामला
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मलकीत सिंह बलदेव सिंह का ट्रक चलाते थे. 22 जुलाई 2011 को वह बलदेव सिंह से अपनी सैलरी लेने के लिए पहुंचे तो बलदेव सिंह ने घर की छत से उनके ऊपर तेजाब फेंक दिया. इस हादसे के कारण उनकी दोनों आंखों की रोशनी भी चली गई थी, अब पंजाब सरकार ने उन्हें पेंशन दिया है.