Liver Cirrhosis: इन 5 लोगों को होता है लिवर सिरोसिस का ज्यादा खतरा, 9 चेतावनी संकेतों को भूलकर ना करें इग्नोर
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Liver Cirrhosis: इन 5 लोगों को होता है लिवर सिरोसिस का ज्यादा खतरा, 9 चेतावनी संकेतों को भूलकर ना करें इग्नोर

Warning signs of liver cirrhosis: लिवर सिरोसिस का मुख्य कारण लंबे समय तक शराब का सेवन, वायरल हेपेटाइटिस बी और सी, गैर शराबी फैटी लिवर डिजीज या ऑटोइम्यून रोग होता है. 

Liver Cirrhosis: इन 5 लोगों को होता है लिवर सिरोसिस का ज्यादा खतरा, 9 चेतावनी संकेतों को भूलकर ना करें इग्नोर

Warning signs of liver cirrhosis: लिवर सिरोसिस एक अवरोधक लिवर रोग है जो लिवर के टिशू में झिल्ली और डैमेज होने से पैदा होता है. इसका मुख्य कारण लंबे समय तक शराब का सेवन, वायरल हेपेटाइटिस बी और सी, गैर शराबी फैटी लिवर डिजीज या ऑटोइम्यून रोग होता है. जैसे-जैसे लिवर डैमेज होता है, उसकी सही तरीके से काम करने की क्षमता खो जाती है, जो कई गंभीर समस्याओं का कारण बनता है.

लिवर सिरोसिस का उपचार अलग-अलग इवेंट्स एवं लक्षणों के आधार पर आधारित होता है. अगर यह शराब के सेवन या वायरल हेपेटाइटिस के कारण हुआ है, तो उनके इलाज के लिए उचित उपाय लेने की जरूरत होती है. आज हम लेख के जरिए जानेंगे कि लिवर सिरोसिस होने पर क्या चेतावनी संकेत मिलते हैं, लेकिन इससे पहले हम यह जान लेते हैं कि किन-किन लोगों को इस बीमारी का अधिक खतरा रहता है.

लिवर सिरोसिस का खतरा किसे ज्यादा? 
- मोटापे से ग्रस्त लोग 
- वायरल हेपेटाइटिस से पीड़ित लोग 
- जो लोग सालों से शराब का सेवन करते हो 
- अनियंत्रित डायबिटीज के मरीज
- पहले से ही लिवर की बीमारी से पीड़ित लोग

लिवर सिरोसिस के चेतावनी संकेत

थकान: हर समय थकान महसूस करना लिवर सिरोसिस के सबसे आम लक्षणों में से एक है.

पीलिया: खून में बिलीरुबिन के निर्माण के कारण त्वचा का पीलापन और आंखों का सफेद होना.

पेट में सूजन: पेट में तरल पदार्थ का जमा होना (जिसे जलोदर कहा जाता है) पेट में सूजन पैदा कर सकता है।

स्पाइडर नसें: त्वचा पर छोटी, मकड़ी जैसी ब्लड वेसेल्स दिखाई दे सकती हैं.

खुजली: रक्त प्रवाह में पित्त लवण के निर्माण से तीव्र खुजली हो सकती है.

आसान खरोंच और ब्लीडिंग: लीवर सिरोसिस खून के थक्के बनने वाले कारकों में कमी का कारण बन सकता है, जिससे आसानी से चोट लग सकती है और ब्लीडिंग हो सकता है.

भ्रम और भूलने की बीमारी: हेपेटिक एन्सेफैलोपैथी के रूप में जानी जाने वाली ये स्थिति तब हो सकती है जब टॉक्सिन खून में बनते हैं और मस्तिष्क के कामों को प्रभावित करते हैं.

भूख न लगना और वजन कम होना: पाचन संबंधी समस्याएं और मतली के कारण भूख कम लगना और वजन कम हो सकता है.

डार्क यूरिन: बिलीरुबिन बिल्डअप भी डार्क यूरिन का कारण बन सकता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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