Bollywood Wives Season 2 Review: चार दिन की चांदनी जैसी चमक, बिल्कुल इंप्रेस नहीं करतीं बॉलीवुड वाइव्स
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Bollywood Wives Season 2 Review: चार दिन की चांदनी जैसी चमक, बिल्कुल इंप्रेस नहीं करतीं बॉलीवुड वाइव्स

Bollywood Life: जैसे सिनेमा के पर्दे पर कुछ असली नहीं होता, वैसे ही नेटफ्लिक्स की सीरीज द फेबुलस वाइव्स ऑफ बॉलीवुड भी एक प्लास्टिक है. इसमें कोई धड़कन नहीं है. नकली, नकचढ़ी बातों में जिंदगी का असली चेहरा गायब है. अपना समय बचाएं.

 

Bollywood Wives Season 2 Review: चार दिन की चांदनी जैसी चमक, बिल्कुल इंप्रेस नहीं करतीं बॉलीवुड वाइव्स

Bollywood Glamour: मुंबइया सिनेमा के सितारों की चमक-दमक के पीछे की दुनिया कितनी नीरस, नकली, नकचढ़ी, अभद्र और अश्लील है, अगर आप देखना चाहते हैं तो नेटफ्लिक्स पर द फेबुलस लाइव्स ऑफ बॉलीवुड वाइव्स जरूर देखें. इसका दूसरा सीजन नेटफ्लिक्स पर आया है. अंग्रेजी के फेबुलस का मतलब होता है, आश्चर्यजनक या शानदार. लेकिन इस सीरीज में ऐसा कुछ आश्चर्यजनक या शानदार नहीं है, जो आपके मन में सचमुच कोई चमक पैदा करे. वैसे, फेबुलस का अर्थ कृत्रिम और झूठा भी होता है. वह कृत्रिमता और झूठ यहां आपको फिल्मी पर्दे पर दिखने वाले चार एक्टरों की बीवियों की जिंदगी में नजर आएगा. उनकी बातें आपको पका देंगी और आप हैरान होंगे कि इतनी नकली और थकी जिंदगी को नेटफ्लिक्स ने कैसे चमकदार बना कर पेश किया है.

प्लास्टिक की जिंदगी
असल में यह आम आदमी की दुनिया नहीं है. लेकिन जिसे फेबुलस कहा जा रहा है, उस दुनिया में भी सिवा धन, वैभव और ऐश्वर्य के अश्लील प्रदर्शन के अतिरिक्त कुछ नहीं है. यहां आपको पहले सीजन की तरह की भावना पांडे, महीप कपूर, सीमा खान और नीलम कोठारी सोनी नजर आती हैं. चारों का ग्रुप है. अपने-अपने काम और परिवार की जिम्मेदारियों के बीच वे लगातार एक-दूसरे से मिलती हैं, पार्टी करती हैं. कभी कोई किसी से नाराज होती, तो कभी किसी से खुश. एक-दूसरे की टांग खींचती हुई तो कभी एक-दूसरे पर प्यार बरसाती हुई. इस सीजन में औसतन 40-40 मिनिट के आठ एपिसोड हैं, जिनमें उनकी जिंदगी आप देख सकते हैं, लेकिन एक भी दृश्य नहीं मिलेगा, जिससे आप या आपकी जिंदगी का एक घंटा भी कनेक्ट हो जाए.

इंडियन मैचमेकिंग
नए सीजन में संजय कपूर-महीप कपूर की बेटी को आप बॉलीवुड में कदम रखने की तैयारी करते देख सकते हैं और चंकी पांडे-भावना पांडे की बेटी अनन्या पांडे को तो करण जौहर लॉन्च कर ही चुके हैं. सीमा खान की पर्सनल लाइफ की झलक यहां दिखती है, जिसमें वह पति सोहेल खान से अलग हो चुकी हैं और अपने फ्लैट के बाहर ‘खान’ नेमप्लेट को हटाती नजर आती हैं. वह यहां अपना क्लोदिंग ब्रांड शुरू करने की तैयारी में हैं. नेटफ्लिक्स ने अपनी इंडियन मैच मेकिंग वाली सीमा आंटी की भी इस शो में एंट्री करा दी हैं, जो सीमा को दूसरी शादी के लिए तैयार कराने की कोशिश करती दिखती हैं. प्रोड्यूसर करण जौहर भी इस चक्कर में दिखते हैं कि रैपर बादशाह के साथ सीमा की जोड़ी बना दें.

एक्टिंग में कमबैक
पूरी सीरीज में कुछ भी रीयल नहीं लगता. सब कुछ नकली नजर आता है. महीप-भावना का एक-दूसरे मनमुटाव और तकरार बार-बार सामने आती है. सोहेल से अलगाव के बाद सीमा खुश रहने की कोशिश करते हुए, अपना बिजनेस जमाने की कोशिश में हैं. महिलाओं मे मीनोपॉज को लेकर चारों के बीच पहले ही एपिसोड में लंबी चर्चा है और कई जगह वह हास्यास्पद तथा ड्रामाई हो जाती है. नीलम इस सीजन में एक्टिंग में लौटने की तैयारी करती हुईं जोया अख्तर की एक सीरीज साइन करके, उसकी तैयारियां तथा शूटिंग करती हैं. उनकी मुश्किल यह है कि अपने करियर में पर्दे पर कभी किसिंग सीन नहीं किया, मगर इस सीरीज में यह करना है. क्या करें.

चलो इक बार फिर से
सीजन-2 के केंद्र में चंकी पांडे और भावना पांडे की शादी के दो दर्जन यानी 24 साल पूरे होने को केंद्र में रखा गया है. इस मौके दोनों पर प्लान करते हैं कि फिर से शादी के वचन सबके सामने दोहराएंगे. जोरदार पार्टी देंगे. नए सीजन में शाहरुख खान की पत्नी गौरी खान अपने डिजाइन किए हुए फर्नीचर के फोटो शूट में इन बॉलीवुड वाइव्स को शामिल करती हैं. जबकि करण जौहर हर बार अपनी लगभग अश्लील होती हुई बातचीत के साथ बीच-बीच में हाजिर होते रहते हैं. आखिरी एपिसोड का अंत रणवीर सिंह की चारों बॉलीवुड वाइव्स से मुलाकात के साथ होता है. रणवीर को देख और मिलकर चारों किसी साधारण फैन्स की तरह असहज हो जाती हैं. कई जगह पर सीरीज ड्रामाई और नकली लगती है.

चार दिन की जिंदगी
जैसे रीयलिटी शो बिग बॉस के घर में शामिल होने वालों को टास्क दिए जाते हैं, नकली बातें करने को कहा जाता है, बॉलीवुड वाइव्स के दूसरे सीजन में भी आपको कुछ कुछ वैसा फील आता है. निश्चित ही ये दुनिया और ये मुकाम पाने की ख्वाहिश बहुत लोग रखते हैं, मगर सीरीज में ऐसा कुछ नहीं जो आपको किसी तरह से इंस्पायर करे. बहुत से लोग इस दुनिया को अगर जीना नहीं, तो कम से कम नजदीक से देखना चाहते ही हैं. उनके लिए बॉलीवुड वाइव्स एक अच्छा जरिया हो सकती थी. लेकिन सीरीज को देख कर उल्टा यही लगता है कि ये दुनिया अगर दिख भी जाए तो क्या है. कुल मिला कर सीरीज बोर करती है. आपका वक्त खराब करती है. अगर कोई खास मजबूरी न हो तो इसे छोड़ा जा सकता है क्योंकि सिनेमा की दुनिया इन बॉलीवुड वाइव्स की जिंदगी के चार दिनों से कहीं बड़ी है.

निर्देशक: उत्तम डोमाले
सितारे: महीप कपूर, भावना पांडे, सीमा खान, नीलम कोठारी सोनी, गौरी खान, करण जौहर
रेटिंग: *1/2

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