Nafe Singh Rathi Murder: जमीनी विवाद, राजनीतिक रंजिश या गैंगवार, आखिर क्यों हुई नफे सिंह राठी की हत्या?
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Nafe Singh Rathi Murder: जमीनी विवाद, राजनीतिक रंजिश या गैंगवार, आखिर क्यों हुई नफे सिंह राठी की हत्या?

Nafe Singh Rathi Murder News: हरियाणा इनेलो अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या क्या जमीनी विवाद की वजह से की गई या राजनीतिक रंजिश- गैंगवार का नतीजा थी. ये तीन ऐसे एंगल हैं, जिस पर पुलिस की अलग-अलग टीमें काम कर रही हैं. 

 

Nafe Singh Rathi Murder: जमीनी विवाद, राजनीतिक रंजिश या गैंगवार, आखिर क्यों हुई नफे सिंह राठी की हत्या?

Nafe Singh Rathi Murder Update: हरियाणा के झज्जर जिले में इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की दिनदहाड़े हुई हत्या के मामले में पुलिस ने 2 संदिग्ध आरोपियों को हिरासत में लिया है. सूत्रों के मुताबिक दोनों आरोपियों से अज्ञात स्थान पर पूछताछ की जा रही है. इस घटना में इस्तेमाल हुई आई-10 की नंबर प्लेट फर्जी पाई गई है. ऐसे में पुलिस सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से हत्यारों के भागने के रूट का पता लगाने की कोशिश कर रही है. उधर विपक्ष के दबाव में राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने हत्याकांड की जांच सीबीआई से करवाने की अपनी अनुशंसा केंद्र सरकार को भेज दी है. हालांकि इसके बावजूद विपक्ष का गुस्सा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. 

हमलावरों की धरपकड़ में लगी पुलिस

बहादुरगढ़ में INLD प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की गोली मारकर हत्या मामले में हरियाणा सरकार ने CBI जांच का ऐलान किया है. हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज़ ने आज विधानसभा में बयान देते हुए कहा कि अगर सभी सदस्य चाहते हैं कि CBI जांच हो तो सरकार इसके लिए तैयार है. गृह मंत्री अनिल विज़ ने कहा कि पुलिस आरोपियों की धरपकड़ में लगी है.

'तुझे जिंदा छोड़ रहे, जाकर घर बता दियो' 

उन्होंने बताया कि हत्याकांड की जांच के लिए 5 टीमें बनाई गई हैं और कुल 7 लोगों पर केस दर्ज हुआ. यह मुकदमा गाड़ी चालक और नफे राठी के भांजे राकेश उर्फ संजय के बयान पर दर्ज हुआ है. राकेश के मुताबिक घटना में कुल 5 हमलावर शामिल थे. वारदात के बाद हमलावर उससे बोले कि तुझे जिंदा छोड़ रहे हैं, जाकर इनके घर बता दियो. पुलिस के मुताबिक ऐसा करके वे अपने नाम की दहशत फैलाना चाहते थे.

इन लोगों पर दर्ज हुआ हत्या का केस

पुलिस ने चालक राकेश उर्फ संजय के बयान पर पूर्व विधायक नरेश कौशिक, पूर्व चेयरमैन और मौजूदा चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी और चाचा ससुर कर्मवीर राठी, देवर कमल राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पुत्र शतीश राठी, पोते गौरव व राहुल व पांच अन्य के खिलाफ किया मामला दर्ज किया है.

बहादुरगढ़ के लाइनपार थाने में मुकदमा नंबर 37, दिनांक 26 फरवरी 2024 को आइपीसी की धारा 147, 148, 149, 307, 302, 120बी, 25-27- 54-59 आर्म्स एक्ट के किया मामला दर्ज किया गया.

क्या जमीनी विवाद में हुआ हत्याकांड

पुलिस सूत्रों के मुताबिक नफे सिंह राठी का कर्मवीर राठी के साथ जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. यही नहीं हरियाणा के पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के बेटे जगदीश राठी के आत्महत्या मामले में भी नफे सिंह राठी और उनके बेटे जितेंद्र राठी के खिलाफ केस दर्ज हुआ था. पुलिस अधिकारियों का मानना है कि ये सब वजहें नफे सिंह हत्याकांड का कारण हो सकती हैं. हालांकि पुख्ता सबूत न मिलने तक इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता. 

पूर्व विधायक नरेश कौशिक का नाम भी शामिल

इस हत्याकांड में बहादुरगढ़ के पूर्व विधायक नरेश कौशिक के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है. वे वर्ष 2014 में विधायक चुने गए थे, हालांकि 2019 में उन्हें हार झेलनी पड़ी थी. इस वक्त वे रोहतक लोकसभा सीट पर बीजेपी के संयोजक के तौर पर काम देख रहे हैं. उन पर आरोप है कि हत्याकांड की साजिश रचने वालों में वे भी शामिल थे. 

एक्शन में हरियाणा पुलिस

7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज 

पूर्व विधायक नरेश कौशिक का FIR में नाम 

नफे सिंह के भांजे के बयान के आधार पर मामला दर्ज

नफे राठी के भांजे ने बताया-5 हमलावर थे

पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की

कौन थे नफे सिंह राठी

हरियाणा के चर्चित जाट नेता थे 

ओमप्रकाश चौटाला के करीबी  

बहादुरगढ़ के जाटवाड़ा गांव के रहने वाले

बहादुरगढ़ विधानसभा से 2 बार विधायक 

बहादुरगढ़ म्यूनिसिपल काउंसिल के 2 बार अध्यक्ष 

INLD की हरियाणा परिवर्तन यात्रा की अगुवाई 

'साजिश के तहत कांट्रेक्ट किलिंग'

इनेलो नेता अभय चौटाला ने कहा कि उनकी एसपी से बात हुई है. प्रदेश सरकार ने मजबूरी में सीबीआई जांच करवाने की मांग मानी है. अभय ने आरोप लगाया कि सोची समझी साजिश के तहत यह कॉन्ट्रैक्ट किलिंग की गई है. अभय चौटाला ने नफ़े सिंह के मर्डर को राजनीतिक हत्या बताते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. 

'साजिशकर्ताओं को दी गई सुरक्षा'

हरियाणा की खट्टर सरकार पर बरसते हुए अभय चौटाला ने कहा, 'सरकार पर भरोसा नहीं किया जा सकता क्योकि ये पॉलिटिकल मर्डर है...नफे सिंह जी ने कई बार सुरक्षा की मांग की थी मगर जिनसे खतरा था, उन्हें सुरक्षा दी गई.' उन्होंने आरोप लगाया कि अगर नेता सुरक्षित नहीं तो आम आदमी का सोचिये क्या होगा. ऐसे लोगों को सरकार में रहने का अधिकार नहीं है. लिहाजा मामले की सीबीआई जांच करवाई जाए. इसके बाद ही बात आगे बढ़ेगी.

चौटाला ने कहा, प्रदेश के होम मिनिस्टर शर्मनाक बयान दे रहे और साजिशकर्ताओं की सुरक्षा बढ़ा दिया. अब इस मामले में परिवार, खाप और इलाक़े का जो फैसला होगा वही पार्टी का फैसला होगा. इनेलो नेता ने कहा कि नफे सिंह को इस बात का अंदेशा पहले से था. इसलिए सुरक्षा की मांग की थी. वो हमारी पार्टी के बहुत बड़े स्तंभ थे. मेरी तरफ से पार्टी को लेकर कोई कमी रह सकती थी मगर उनकी तरफ से कभी नहीं. उनके सबसे बहुत अच्छे संबंध थे. 

'पूर्व विधायक को गोलियों से भून दिया गया'

राज्य के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मैं आम आदमी के तौर पर कहता हूं कि आज हरियाणा में हर नागरिक डर के माहौल में है. अब तक प्रदेश में कितने ही मर्डर हुए. लेकिन हम गंभीर नहीं हुए. अब एक पूर्व विधायक को गोलियों से भून दिया गया. गृह मंत्री एनसीआरबी की रिपोर्ट पढ़ कर बताएं कि हम अपराध में कहां खड़े हैं. 

हुड्डा ने कहा कि जो हुआ है इसकी जांच सीबीआई से कराई जाए और यह जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज की देखरेख में हो. नफे सिंह राठी ने सुरक्षा मांगी थी या नहीं मांगी थी, यह भी बताया जाना चाहिए. अगर मांगी थी तो उन्हें सुरक्षा क्यों नहीं दी गई. सत्ता पक्ष के विधायक चुप क्यो बैठे हैं, उन्हें भी बोलना चाहिए.

'भतीजे ने राजनतिज्ञों के खिलाफ दर्ज करवाई एफआईआर'

इन आरोपों और नफे सिंह राठी हत्याकांड पर गृह मंत्री अनिल विज ने असेंबली में विस्तृत जवाब दिया. उन्होंने कहा, 'नफे सिंह राठी मेरे दोस्त थे. इस घटना का पता चलते ही मैने तुरंत अधिकारियों को कार्रवाई के आदेश दिए. मैने कहा ‌आपने बड़े-बड़े केस सुलझाए हैं. इस केस को भी जल्दी से सुलझाएं. हमारी पुलिस हर तरीके से मामले की जांच कर रही है.' 

उन्होंने कहा कि नफे सिंह राठी के भतीजे ने जो एफआईआर दर्ज कराई है, वह राजनीतिक लोगों के खिलाफ कराई है. इसमें किसी गैंग का नाम नहीं है. इस घटना के पीछे जो भी लोग हैं, हम उन्हें नहीं छोड़ेंगे.

'उन्हें सुरक्षा के लिए मेरे पास आना चाहिए था'

इनेलो नेता को सिक्योरिटी मुहैया करवाने के सवाल पर अनिल विज ने कहा, 'वे मेरे साथ दो‌ बार विधायक रहे. उन्होंने एसपी झज्जर से सुरक्षा मांगी थी. उन्होंने पत्र दिया था. इसकी तफतीश की गईं. एक आदमी को कोलकाता से पकड़ा गया, जो उन्हें धमकी देता था. लेकिन वो मेरे पास नहीं आए. जो लोग मेरे पास आए और काम न हो ऐसा नहीं हो सकता.' 

विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए गृह मंत्री विज ने कहा, 'आप अपराध बढने की बात करते हैं. मैं बताता हूं कि अपराध कब बढ़ा. 2005 में 784 मर्डर होते थे. जब आपने सत्ता छोडी, तब ये आंकड़ा बढकर 1106 तक पहुंच गया. उनके इस कथन पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई और कहा कि आप अपनी बात करो.' 

'सभी को प्रदेश के आंकड़े जानने चाहिए'

इस पर मुख्यमंत्री खट्टर ने सदन में कहा कि अगर मुद्दा घटना का होता तो उस पर चर्चा होती. लेकिन मुद्दा पूरे प्रदेश की कानूनी व्यवस्था का उठाया गया है. इसलिए इसका उत्तर भी सुनना चाहिए. विपक्ष को गृहमंत्री का जवाब सुनना चाहिए.

रविवार को बहादुरगढ़ में हुई थी हत्या

बताते चलें कि इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष रहे नफे सिंह राठी की रविवार को झज्जर के बहादुरगढ़ में गोलियां बरसाकर हत्याकर दी गई थी. यह घटना तब हुई, जब वे एसयूवी में सवार होकर अपने निजी सुरक्षाकर्मियों के साथ बहादुरगढ़ से गुजर रहे थे. तभी आई-10 कार में आए हमलवारों ने उनकी एसयूवी घेरकर अंधांधुंध 20 राउंड फायरिंग की. इस घटना में नफे सिंह राठी और उनके एक निजी सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई, जबकि एक सुरक्षाकर्मी की हालत गंभीर बनी हुई है. 

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