Amit Shah Gandhinagar: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बीजेपी का सियासी 'चाणक्य' कहा जाता है. अपने 40 साल के सार्वजनिक जीवन में उन्होंने ऐसा सियासी गुरुमंत्र निकाला है, जिसकी काट अभी तक पूरा विपक्ष मिलकर नहीं ढूंढ पाया है.
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Gandhinagar Lok Sabha Chunav: जनता की सेवा को लेकर हमेशा उत्साहित रहने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) गांधीनगर लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. बतौर होम मिनिस्टर उन्होंने ऐसे कड़े और अभूतपूर्व फैसले लिए जिनके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था. देशहित में लिए गए उन फैसलों ने इतिहास रच दिया. गुजरात की धरती से आने वाले गृह मंत्री अमित शाह का सियासी कद बहुत बड़ा है. शाह सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव रहते हैं. इंटरनेट के वर्चुअल वर्ल्ड में भी उनके करोड़ों चाहने वाले हैं. सोशल मीडिया की बात करें तो एक्स (ट्विटर) पर उनके 34.9M Followers हैं. फेसबुक पर उनके चाहने वालों का आंकड़ा 15 मिलियन है. कई अन्य सोशल मीडिया हैंडल्स पर उनके अनगिनत चाहने वाले हैं. ऐसे में उनके सोशल स्कोर के बारे में जानना लाजिमी हो जाता है.
अमित शाह
शाह की गिनती भारतीय राजनीति के दिग्गज नेताओं में होती है. राजनीति की बारीकियों की समझ और सरकार बनाने में महारत रखने वाले अमित शाह को बीजेपी का चाणक्य माना जाता है. उन्होंने अपने बूते कई राज्यों में बीजेपी की सरकार बनवाई है. कई असंभव चीजों को उन्होंने संभव बनाया है. यूं तो अमित शाह के तरकश में कई सारे सियासी अस्त्र-शस्त्र हैं. लेकिन उनका एक मंत्र बड़े जो बड़े काम का है, जिसे वो अपने कार्यकर्ताओं को हमेशा याद दिलाते रहते हैं. माना जाता है कि इसी मंत्र के दम पर उन्होंने बीजेपी को न सिर्फ गुजरात बल्कि केंद्र की सत्ता तक पहुंचाया. उनका कहना है- 'जिसने बूथ जीता, उसने चुनाव जीता'. बूथ प्रभारी से लेकर पन्ना प्रमुख तक शाह ने ऐसी-ऐसी रणनीतियां बनाई हैं कि उनके विरोधी उनसे अभीतक पार नहीं पा सके हैं.
(गृह मंत्री अमित शाह का सोशल मीडिया स्कोर नीचे देखिए).
गृह मंत्री अमित शाह का ओवर आल स्कोर 68 है. शाह का डिजिटल लर्निंग स्कोर 70 है. फेसबुक स्कोर 69 और इंस्टाग्राम स्कोर 68 के साथ ही उनका X Score 71 है. इसी तरह उनका YouTube Score 64 है. आंकड़ों से साफ है कि वो सोशल मीडिया पर लगातार एक्टिव रहते हैं. ऐसे में उनका स्कोर बेहद हाई है.
अमित शाह के सियासी सफर की शुरुआत 1980 में हुई थी. तब से लेकर अब तक वो लगातार आगे बढ़ते हुए सत्ता के शिखर पर पहुंचे.
अमित शाह का जन्म 22 अक्टूबर, 1964 को मुंबई में गुजराती माता-पिता श्रीमती कुसुमबेन और श्री अनिलचंद्र शाह के घर हुआ था. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा-दीक्षा पैतृक गांव मनसा (गुजरात) में पूरी की. इसके बाद वो परिवार समेत अहमदाबाद चले गए. देशभक्ति का जज्बा उनमें बचपन से रहा है. किताबें पढ़ना उनकी हॉबी है. महान राष्ट्रवादियों की जीवनियों से प्रेरणा लेते आए हैं. भारत माता की सेवा करने का भाव उनके मन में बचपन से था.
उनकी वेबसाइट के amitshah.co.in में मौजूद जानकारी के मुताबिक वो ऐसे नेता हैं जिन्हें खुद जनता ने अपने हाथों से गढ़ा है. यही कारण है कि वह कभी भी कोई चुनाव नहीं हारे. बीजेपी के उम्मीदवार के रूप में अपने करियर के शुरुआती दिनों से ही, शानदार जीत दर्ज करना उनकी उपलब्धि रही है. वो हर नए चुनाव में पिछले चुनावों की तुलना में बड़ी जीत हासिल करके नया रिकॉर्ड बना देते हैं. लोगों के साथ जुड़ाव और उनकी समस्याओं को समझने की अदभुत क्षमता की वजह से वो जन-जन में लोकप्रिय हैं.
जब उन्हें चुनाव प्रचारक की भूमिका सौंपी जाती है, तो इसके परिणामस्वरूप बीजेपी को भारी समर्थन मिलता है. जब उन्हें संगठन में भूमिका दी जाती है, तो वह एक नायाब चुनावी मशीनरी बनाने के साथ पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और अधिकारियों से घनिष्ठ और स्थायी संबंध बनाकर उन्हें अपना बना लेते हैं. गुजरात की बात हो या देश की अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने एक बार जो कमिटमेंट कर दिया उसे वो डेफिनेटली पूरा करते हैं.
उनके पॉलिटिकल कैरियर की शुरुआत अहमदाबाद के नारणपुरा वार्ड में एक बूथ प्रबंधक के रूप में हुई. चुनावी राजनीति की पिच पर उड़ान भरने का पहला मौका उन्हें साल 1997 में मिला. उस समय शाह को गुजरात की सरखेज विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए बीजेपी उम्मीदवार बनाया गया था. उस चुनाव में उन्होंने 24,689 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. इसके बाद उन्होंने हर चुनाव में पहले से कहीं बड़ी जीत हासिल की. अपने दूसरे चुनाव में अपनी जीत का अंतर 1,32,477 वोटों तक बढ़ाया जो कि उनकी पहली जीत से पांच गुना अधिक था. 2019 के लोकसभा चुनाव में गांधीनगर निर्वाचन क्षेत्र से अमित शाह ने 5.57 लाख वोटों के अंतर से चुनाव जीतकर एक नया रिकॉर्ड बनाया था.
अमित शाह ने शून्य से शिखर की यात्रा की है. उनका परिवार राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) से जुड़ा था. वो कॉलेज के दिनों में संघ की युवा इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्य बन गए. आगे चलकर वह बीजेपी (BJP) में शामिल हुए. उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि उन्हें 2002 में मिली, जब वो गुजरात के गृह मंत्री बने.
सियासी जीत के मास्टर-ब्लास्टर
आगे वो अपनी काबिलियत के दम पर 2014 में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने. अमित शाह के नेतृत्व में ही बीजेपी को 2014 के लोकसभा चुनाव में बंपर जीत मिली थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उदय के पीछे अमित शाह की कुशल रणनीतियों को माना जाता है. उनके मार्गदर्शन में बीजेपी को चुनाव में बहुत बड़ी और अभूतपूर्व जीत मिली और बीजेपी सालों बाद सत्ता में लौटी. अमित शाह लंबे समय तक पार्टी अध्यक्ष बने रहे, आगे बीजेपी की कमान जेपी नड्डा को दी गई.
2019 के लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जब दूसरी बार बीजेपी की सरकार बनी, तो अमित शाह को देश का गृह मंत्री बनाया गया. बड़ा कद और पद होने के बावजूद शाह ने खुद को चाणक्य बुलाने पर एक इंटरव्यू में कहा था- 'मैंने कभी खुद के चाणक्य होने का दावा नहीं किया है. मैं वैसा कभी नहीं बन सकता हूं. हालांकि, मैंने उनके बारे में अच्छा से पढ़ा और समझा है. मेरे कमरे में उनकी तस्वीर भी है. मैं चाणक्य के आगे बहुत छोटा आदमी हूं.'
सोशल मीडिया पर पॉपुलर हुई वो बात...
कश्मीर से धारा 370 हटाना हो या CAA-NRC और कॉमन सिविल कोड को लेकर पूरे दमखम से अपनी बात रखने वाले शाह ने संसद में कश्मीर से जुड़ी चर्चा में विपक्ष को दो टूक कहा था कि कश्मीर, भारत का अभिन्न अंग है, इसके लिए जरूरत पड़ी जो जान दें देगे. उनका वो भाषण भी सोशल मीडिया पर बहुत पॉपुलर और वायरल हुआ था.
गांधीनगर का सियासी समीकरण
गुजरात राज्य में सभी 26 लोकसभा सीटों पर 7 मई को यानी तीसरे चरण में चुनाव आयोजित कराए जाएंगे. गांधीनगर लोकसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ सोनल पटेल को मैदान में उतारा है. गुजरात (Gujarat) की इस वीवीआईपी गांधीनगर संसदीय सीट (Gandhinagar Lok Sabha Election Results 2019) के नतीजों की बात करें तो साल 1019 में अमित शाह को 8,94,624 वोट मिले थे. उनका वोट शेयर 70.45% था. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार को बड़े अंतर से हराया था.
डिस्क्लेमर: लीडर्स सोशल स्कोर (LSS) मशीन लर्निंग पर आधारित है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े 55 से ज्यादा पैरामीटर्स के आधार पर इसे निकाला गया है.