वंदे भारत ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक, रेलवे ने इन रूटों पर कम कर दी ट्रेनों की स्पीड , क्यों हुआ ऐसा ?
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वंदे भारत ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक, रेलवे ने इन रूटों पर कम कर दी ट्रेनों की स्पीड , क्यों हुआ ऐसा ?

अपनी रफ्तार के लिए जानी जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लगने वाली है. रेलवे कुछ रूटों पर वंदे भारत एक्सप्रेस, गतिमान एक्सप्रेस ट्रेनों की रफ्तार कम करने की तैयारी में है.

vande bharat express

Vande Bharat Express: अपनी रफ्तार के लिए जानी जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लगने वाली है. रेलवे कुछ रूटों पर वंदे भारत एक्सप्रेस, गतिमान एक्सप्रेस ट्रेनों की रफ्तार कम करने की तैयारी में है. माना जा रहा है कि रेलवे इन रूटों पर वंदे भारत ट्रेनों की रफ्तार को 160 किमी प्रति घंटे से कम कर 130 किमी प्रति घंटा करने जा रही है. द हिंन्दु की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर मध्‍य रेलवे ने कुछ ट्रेनों की गति को कम करने की गुजारिश की है. रेलवे ने गुजारिश की है कि कुछ वंदे भारत एक्‍सप्रेस और गतिमान एक्‍सप्रेस ट्रेनों की गति को 160 किलोमीटर प्रति घंटा से कम कर 130 किलोमीटर प्रति घंटा कर दिया जाए.  

 किन ट्रेनों की घटेगी रफ्तार 

रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर केंद्रीय रेलवे ने रेलवे बोर्ड को पत्र लिखकर कुछ ट्रेनों की रफ्तार को कम करने की गुजारिश की है. जिन ट्रेनों की रफ्तार घटेगी, उनमें निम्न ट्रेनें शामिल हैं.  
ट्रेन नंबर 12050/12049 दिल्ली-झांसी-दिल्ली गतिमान एक्सप्रेस
ट्रेन नंबर 22470/22469 दिल्ली-खजुराहो-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस
ट्रेन नंबर 20172/20171 दिल्ली-रानी कमलापति-दिल्ली वंदेभारत एक्सप्रेस
ट्रेन नंबर 12002/12001 दिल्ली-रानी कमलापति-दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस 

क्यों रफ्तार कम करने की जरुरत
दरअसल नई दिल्ली से आगरा के बीच कवच लगाने का काम चल रहा है. जब तक कवच सिस्टम लगाने का काम पूरा होगा, तब तक ट्रेनों की गति कम करने का निर्देश दिया गया है. रेलवे ने सुरक्षा को ध्यान में रखकर इन ट्रेनों की रफ्तार को कम करने की मांग की है. बता दें कि बंगाल में कंचनजंगा रेल हादसे के बाद से कई रूटों पर कवच सिस्टम लगाने का काम तेजी से किया जा रहा है.  

क्या होगा अगर घटेगी ट्रेनों की रफ्तार  

वंदे एक्‍सप्रेस, गतिमान एक्‍सप्रेस और शताब्‍दी एक्‍सप्रेस जैसी ट्रेनों का चुनाव लोग जल्दी पहुंचने के लिए करते है. अधिक किराया चुकाकर लोग इन ट्रेनों में रफ्तार करते हैं ताकि वो अपने गंतव्य तक जल्दी पहुंच सके. लेकिन ट्रेनों की रफ्तार घटने से ट्रैवल टाइम बढ़ जाएगा. अगर रफ्तार 30 किलोमीटर प्रति घंटा कम किया जाता है तो सफर में लगने वाला समय करीब 25 से 30 मिनट तक बढ़ जाएगा. ट्रेनों की रफ्तार घटने से समय तो लगेगा कि, साथ ही साथ इन बदलावों की वजह से कम से कम 10 प्रीमियम ट्रेनों की टाइमिंग बदल जाएगी.   

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