Budget 2023: वित्तमंत्री के इन दो बड़े ऐलान से रॉकेट की तरह दौड़ेगा शेयर मार्केट! ऐसे रखें नजर
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Budget 2023: वित्तमंत्री के इन दो बड़े ऐलान से रॉकेट की तरह दौड़ेगा शेयर मार्केट! ऐसे रखें नजर

Share market: जनवरी का महीना निवेशकों के लिए कोई खास नहीं रहा. अब 1 फरवरी को बजट पेश होने वाला है. ऐसे में देखना होगा कि इस बजट से निवेशकों के चेहरे पर हंसी लौटती है या नहीं.  

फाइल फोटो

Union Budget 2023: वित्‍त मंत्री 1 फरवरी को बजट पेश करने वाली हैं. जैसे जैसे बजट की तारीख नजदीक आ रही है वैसे वैसे निवेशकों में चिंता देखी जा रही है क्‍योंकि पहले ही बाजार में काफी उतार देखा जा चुका है. ऐसे में अगर बजट वाले दिन कुछ मामला बिगड़ता है तो निवेशक जमकर बिकवाली करेंगे. इस बजट में अगर सरकार लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्‍स और PLI स्कीम में बदलाव करती है तो शेयर बाजार रॉकेट की तरह दौड़ लगा सकता है. मोदी सरकार 2.0 के लिए ये बजट बहुत ही मायने रखता है क्‍योंकि ये इस कार्यकाल का आखिरी बजट है. जिसमें उन्‍हें महंगाई के साथ साथ रोजगार पर भी फोकस करना होगा. आइए जानते हैं इस बजट में क्‍या खास हो सकता है? 

इन सेक्टर में बढ़ सकता है आवंटन 

आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि डिफेंस, रेलवे और एक्सपोर्ट्स के लिए सरकार आवंटन बढ़ा सकती है. डोमेस्टिक इनवेस्टमेंट्स और  FDI के लिए भी   आवंटन बढ़ाने के उपाय भी इस बजट में देखने को मिल सकते हैं. ऐसा होता है तो शेयर बाजार पर इसका अच्‍छा असर पड़ेगा. इससे निवेशकों के कॉन्फिडेंस में बढ़ोतरी होगी. इसके अलावा गतिशक्ति प्रोजेक्‍ट पर भी फोकस सरकार का फोकस रहने वाला है. सरकार एनर्जी ट्रांजिशन, क्लाइमेट एक्शन पर भी फोकस रखने वाली है.   

एजुकेशन हेल्थकेयर पर होगा ध्‍यान 

लॉजिस्टिक्स को बढ़ावा देने के लिए सरकार अलग अलग साधनों पर फोकस करने वाली है. जिसमें रेलवे और वाटरवेज के लिए आवंटन बढ़ाया जा सकता है. एजुकेशन, हेल्थकेयर और डिफेंस पर सरकार कितना बजट बढ़ाएगी. ये देखना दिलचस्‍प होगा. इसके अलावा रिन्यूएबल एनर्जी, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, ग्रीन हाइड्रोजन और क्लीनटेक के लिए भी आवंटन बढ़ाए जाने की उम्मीद जताई जा रही है. 

लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्‍स में हो सकता है बदलाव  

बजट में होने वाले एलान से स्‍टॉक मार्केट में बहुत कुछ बदलाव होता है. अगर सरकार कैपिटल गेंस टैक्स को बढ़ाती है तो मार्केट पर उसका असर बुरा होने वाला है. इससे बाजार में गिरावट देखी जा सकती है. इसके अलावा ये भी हो सकता है कि सरकार इक्विटी पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन के होल्डिंग पीरियड को 2 या 3 साल कर दे. ऐसे में स्‍वभाविक बात है कि शेयर बाजार में उतार चढ़ाव हो सकता है. 

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है. शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)

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