Adani Group: अरे! Adani Green Energy को विदेश से मिल रहा फंड, देशवासियों को नहीं मालूम होगी ये बात
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Adani Group: अरे! Adani Green Energy को विदेश से मिल रहा फंड, देशवासियों को नहीं मालूम होगी ये बात

Adani Green Energy​: अडानी ग्रुप को लेकर अब एक अहम बात सामने आई है. इस साल अडानी ग्रुप के शेयरों में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में काफी गिरावट भी देखने को मिली थी. हालांकि अब अडानी ग्रुप में विदेशी निवेशक रुचि लेते हुए दिखाई दे रहे हैं.

Adani Group: अरे! Adani Green Energy को विदेश से मिल रहा फंड, देशवासियों को नहीं मालूम होगी ये बात

Adani Share Price: फ्रांसीसी ऊर्जा कंपनी टोटल एनर्जीज एसई ने अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड की स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं में 30 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है. इसके साथ ही कंपनी में वैश्विक निवेशकों का कुल निवेश बढ़कर 1.63 अरब डॉलर या लगभग 14,000 करोड़ रुपये हो गया है. कंपनी के नजदीकी सूत्रों ने यह जानकारी दी. टोटल ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि नई संयुक्त उद्यम फर्म में उसकी 50 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी, जबकि बाकी हिस्सेदारी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) के पास होगी.

अडानी ग्रुप

संयुक्त उद्यम के पास 1,050 मेगावाट का पोर्टफोलियो होगा, जिसमें 300 मेगावाट की परिचालन क्षमता पहले से है, 500 मेगावाट की क्षमता निर्माणाधीन है और 250 मेगावाट की क्षमता विकास के विभिन्न चरण में है. इनमें सौर और पवन ऊर्जा दोनों शामिल हैं. टोटल के पास पहले ही एजीईएल में 19.7 प्रतिशत हिस्सेदारी है. इसका एजीईएल के साथ एक अन्य संयुक्त उद्यम भी है, जिसे एजीई23एल कहते हैं. इसका पोर्टफोलियो 2,353 मेगावाट का है.

निवेशकों को किया आकर्षित

सूत्रों ने कहा कि एजीईएल अडानी पोर्टफोलियो के भीतर एक कंपनी है, जिसने पिछले कुछ महीनों में कई निवेशकों को आकर्षित किया है. इनमें टोटल, जीक्यूजी कैपिटल पार्टनर्स और कतर निवेश प्राधिकरण शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इन तीनों निवेशकों ने अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद आकर्षक मूल्यांकन का लाभ उठाते हुए पिछले कुछ महीनों में 1.63 अरब डॉलर या करीब 14,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है. अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों को गलत बताया है.

अडानी

जीक्यूजी पार्टनर्स ने एजीईएल में 6.8 प्रतिशत हिस्सेदारी ली है, जबकि क्यूआईए ने 2.7 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की है. आईएचसी इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी के पास 1.3 प्रतिशत हिस्सेदारी है. सूत्रों ने कहा कि भारत अब नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी है, जहां दर्जनों सौर और पवन परियोजनाएं निर्माण के विभिन्न चरण में हैं. अडानी अपनी मजबूत निष्पादन क्षमता और बेहतर रिकॉर्ड के साथ भारत में सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादक होने के नाते बेहद अच्छी स्थिति में है. (इनपुट: भाषा)

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