Israel Hamas War: इजरायली सेना ने दावा किया है कि गाजा में मौजूद संयुक्त राष्ट्र फलस्तीनी शरणार्थी एजेंसी के मुख्यालय के नीचे हमास की सुरंगें मिली हैं. हमास इन सुरंगों का इस्तेमाल बिजली आपूर्ति कक्ष के तौर पर करता है.
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Israel Hamas War: इजराइल की सेना ने कहा है कि उसने गाजा सिटी में संयुक्त राष्ट्र फलस्तीनी शरणार्थी एजेंसी के मुख्यालय के नीचे सुरंगें खोजी हैं, जिनका इस्तेमाल हमास के आतंकवादी बिजली आपूर्ति कक्ष के रूप में कर रहे थे. इजराइली सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल इडो ने कहा, “यह बिजली कक्ष है, आप चारों ओर बैटरियां और दीवारों पर बिजली उपकरण देख सकते हैं, सब कुछ इन्हीं से संचालित होता है. इन सुरंगों से उन्हें बिजली आपूर्ति होती है.”
सुरंगों पर UN का जवाब
हालांकि संयुक्त राष्ट्र राहत कार्य एजेंसी (UNWRA) की संचार निदेशक जूलियट टौमा ने कहा कि एजेंसी इस बात से अनभिज्ञ थी कि मुख्यालय की इमारत के नीचे क्या है. टौमा ने कहा कि उन्होंने कई बार मुख्यालय का दौरा किया था और विद्युत कक्ष के बारे में पता नहीं चला था. एक बयान में, टौमा ने कहा कि UNWRA ने सितंबर में सुविधा का नियमित त्रैमासिक निरीक्षण किया था. बयान में कहा गया है, “UNWRA एक मानव विकास और मानवतावादी संगठन है जिसके पास न तो सैन्य और सुरक्षा विशेषज्ञता है, न ही इसके परिसर के अंतर्गत क्या है या क्या हो सकता है इसका सैन्य निरीक्षण करने की क्षमता है.”
हमास में सुरंगें
जानकारी के मुताबिक गाजा में हमास ने कई जगह पर सुरंगें बिछा रखी हैं जिसकी वजह से वह इजरायली सेना के सामने कई दिनों तक टिक पाए. इजरायल की सेना का कहना है कि गाजा में बनी सुरंगों में ही हमास ने इजरायली बंधकों को रखा था. इजरायली सेना का ये भी दावा था कि गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अलशिफा के नीचे भी सुरंगें हैं. उनका यह भी इल्जाम है कि हमास ने सुरंगों के अंदर ही हथियार और गोला बारूद छिपा रखे हैं. इजरायल ने हमास के लड़ाकों को कमजोर करने के लिए सुरंगों में समुंद्र का पानी डालने की योजना बनाई है, ताकि वह सुरगों से निकल सकें.
गाजा में मौतें
ख्याल रहे कि गाजा में पिछले लगभग 4 महीने से जंग जारी है. अब तक यहां 28 हजार लोगों की मौत हो गई है और कई हजार लोग जख्मी हुए हैं. लाखों लोगों ने उत्तरी गाजा को छोड़ दिया है. एक अनुमान के मुताबिक इजरायल ने विस्फोटकों के जरिए गाजा में इमारतें तबाह की हैं, इन इमारतों के मलबे में 10 हजार से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं.