Indresh Kumar: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के नेता इंद्रेश कुमार ने हजरत निजामुद्दीन की दरगाह पर पहुंचकर कहा कि मुस्लिम औरतों तीन तलाक का शिकार नहीं बनना चाहिए. उन्होंने वक्फ के बारे में भी बात की.
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Indresh Kumar: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सीनियर नेता और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संस्थापक इंद्रेश कुमार धनतेरस के मौके पर ऐतिहासिक दरगाह हजरत निजामुद्दीन पहुंचे. यहां इंद्रेश कुमार ने मुस्लिम औरतों के अधिकारों की रक्षा और वक्फ सुधार को जरूरी बताते हुए इसे वक्त की मांग करार दिया है. इंद्रेश कुमार ने कहा कि किसी भी समाज की तरक्की तभी मुम्किन है, जब उसमें सभी लोगों को समान हक और मौके मिलें.
औरतों की ताकत
हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की तरफ से आयोजित एक प्रोग्राम को खिताब करते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि हम गुजारिश करते हैं कि मुस्लिम समाज में कोई भी बहन, बहू या बेटी तीन तलाक या अन्यायपूर्ण परंपराओं की शिकार न बने. उन्होंने मुस्लिम औरतों के अधिकारों की रक्षा और समान मौके देने की जरूरत पर जोर दिया, ताकि वे भी समाज में अपनी पहचान बना सकें. उन्होंने जात-पात, छुआछूत और अन्य सभी प्रकार के भेदभाव को समाप्त करने की जरूरत पर भी जोर दिया.
वक्फ में सुधार की वकालत
इंद्रेश कुमार ने वक्फ बोर्ड में सुधार को जरूरी बताते हुए यह भी कहा कि वहां ( वक्फ बोर्ड ) भ्रष्टाचार फैला हुआ है और कई वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जे किए जा रहे हैं. मुस्लिम समाज को ऐसे में अपनी संपत्तियों की रक्षा और विकास के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए. इंद्रेश कुमार ने भारतीय समाज में एकता और अखंडता को बढ़ावा देने की बात कहते हुए यह भी कहा कि भारत की सांस्कृतिक विविधता ही उसकी ताकत है. प्रोग्राम में सभी धर्मों के लोगों ने बड़ी तादाद में शामिल होकर राष्ट्रीय एकता और अखंडता की बात की.
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धरती की जन्नत कश्मीर
इंद्रेश कुमार ने कहा कि कश्मीर को धरती का जन्नत कहा जाता है और हमें इसे बनाए रखते हुए पूरे देश को भी दुनिया की जन्नत बनाए रखना है. भारत एक ऐसा देश है, जो पूरी दुनिया को अहिंसा और भाईचारे का पैगाम दे रहा है. हमारी विविधता ही हमारी ताकत है और यही हमें दुनिया के सामने एकता और अखंडता का उदाहरण बनाती है.
इंसानियत को बढ़ावा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तरफ से मुस्लिम समाज के बीच जाकर लगातार काम कर रहे इंद्रेश कुमार ने इस्लाम धर्म के आखरी पैगंबर की बात को याद करते हुए कहा कि मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं है. उन्होंने समाज में फैली बुराइयों पर चिंता जाहिर की और सभी से अपील की कि वे एकजुट होकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करें.