अजमेर दरगाह के दीवान का मुसलमानों को बड़ा पैगाम; कहा- 'CAA को लेकर किया जा रहा गुमराह'
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2123570

अजमेर दरगाह के दीवान का मुसलमानों को बड़ा पैगाम; कहा- 'CAA को लेकर किया जा रहा गुमराह'

Rajasthan News: अजमेर शरीफ दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने सीएए पर अपने ख्यालात का इजहार किया. उन्होंने कहा कि "कुछ लोग सियासी फायदे के लिए लगातार सीएए के नाम पर मुसलमानों में खौफ पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.

अजमेर दरगाह के दीवान का मुसलमानों को बड़ा पैगाम; कहा- 'CAA को लेकर किया जा रहा गुमराह'

Ajmer Sharif Dargah Dewan On CAA: राजस्थान की राजधानी जयपुर में अजमेर शरीफ की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई, जिसमें अजमेर दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने कहा, "कुछ लोग लगातार सीएए के नाम पर मुसलमानों में खौफ पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे लोगों को मेरी सलाह है कि, वो देश का कानून पढ़ें. हमारे देश में नागरिकता देने वाला कानून है, ना की छीनने वाला".उन्होंने आगे कहा, "मथुरा जैसे तनाजे का हल अदालत के बाहर होना चाहिए. उन्होंने कहा कि, हमें कोशिश करनी चाहिए कि ऐसे विवादों को बातचीत के जरिए हल किया जा सके.

 

 मुसलमान सुलह पर भरोसा रखता है: जैनुअल आबेदीन
उन्होंने कहा कि, आज हमारा मुल्क "वसुधैव कुटुंबकम" की सभ्यता, अमन की बात कर रहा है. भारत पूरी दुनिया में शांति की दिशा में अहम रोल निभा रहा है. ऐसे में हमें अपने आतंरिक मसलों को अदालत के अंदर नहीं, बल्कि बाहर ही बातचीत से हल करने की कोशिश करनी चाहिए.  सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने कहा, हमारी कई नस्लों ने कई मजहबी झगड़ों का सामना किया, जिसमें अयोध्या का मामला अहम तौर पर शामिल है. हालांकि, अब कोर्ट के फैसले के बाद इस पर फुल स्टॉप लग चुका है. उन्होंने कहा, भारत का हर मुसलमान सुलह पर भरोसा रखता है.

"CAA को लेकर मुसलमानों को गुमराह करने की कोशिश"
उन्होंने आगे कहा, "हमें हर मसले को कोर्ट में ले जाने से बचना चाहिए. हमें मिल-जुलकर हर मामले को हल करने की कोशिश करना चाहिए. सीएए के जरिए कुछ लोग अपने सियासी फायदे के लिए मुसलमानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है. सीएए से मुसलमानों का कोई लेना-देना नहीं है". अजमेर शरीफ दरगाह के दीवान ने कहा, "सीएए के जरिए मुस्लिम तबके को गुमराह किया जा रहा है. इसके तहत मुसलमानों की शहरियत छीनने की बात कही गई थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. इसको लेकर मुसलमानों को डरने की जरूरत नहीं है.

 

Trending news