नई दिल्ली: पहाड़ी इलाकों में रहने वाली गर्भवती महिलाओं की सुविधा के लिए उत्तराखंड सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. गर्भवती महिलाओं को अब मुफ्त में बर्थ वेटिंग रूम की सुविधा मिलेगी. जब महिलाएं पहाड़ी इलाकों से मैदानी इलाकों में स्थित अस्पतालों में आएंगी तो वे इन बर्थ वेटिंग रूम में ठहर सकेंगी. इस बर्थ वेटिंग रूम में भोजन भी निशुल्क मिलेगा.
सचिवालय में बुधवार को हुई स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण समिति की 34वीं कार्यकारिणी की बैठक में ये फैसला लिया गया. बैठक सचिव स्वास्थ्य व एनएचएम के मिशन निदेशक डॉ. आर. राजेश कुमार की अध्यक्षता में हुई.
क्यों लिया गया फैसला
मातृ और शिशु मृत्यु दर में सुधार लाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने यह फैसला लिया है. दरअसल उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों की महिलाओं को जब प्रसव या इससे पहले को समस्या आती है तो उन्हें अस्पताल पहुंचाना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में बर्थ वेटिंग रूम की सुविधा मिलने पर गर्भवती महिलाएं प्रसव से पहले ही यहां आकर ठहर सकेंगी.
इन दो जिलों से योजना की शुरुआत
देहरादून और हरिद्वार जिलों से इस योजना की शुरुआत की जाएगी. महिला सशक्तीकरण एवं बाल विभाग के कामकाजी महिला हॉस्टल एवं वूमेन वन स्टॉप सेंटर को जन्म प्रतीक्षा गृह (बर्थ वेटिंग रूम) के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा.
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