नई दिल्ली: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों से बरामद भारी मात्रा में कैश को लेकर एक बार फिर से भाजपा ने कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन में शामिल कांग्रेस के सहयोगी दलों को घेरा है. भाजपा ने वर्ष 2018 में धीरज साहू द्वारा चुनाव आयोग में दिए गए हलफनामे का जिक्र करते हुए कहा कि उस हलफनामे के अनुसार धीरज साहू की कुल संपत्ति 34 करोड़ रुपये थी और इसके अलावा उस समय कांग्रेस सांसद के पास 26.16 लाख रुपये के हीरे के आभूषण थे, लेकिन 6 दिसंबर को साहू के ठिकानों से आयकर विभाग को 351 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी और 3 सूटकेस ज्वेलरी मिली है. इसी को आधार बनाते हुए भाजपा ने विपक्षी गठबंधन में शामिल कांग्रेस के सहयोगी दलों सवाल किया है कि इतना पैसा कहा से आया.
वीडियो पोस्ट कर की टिप्पणी
भाजपा ने सवाल पूछा है कि अगर साहू के हलफनामे के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति 34 करोड रुपए थी, तो फिर यह 351 करोड रुपए की नकदी और तीन सूटकेस भरकर ज्वेलरी आए कहां से ? भाजपा ने विपक्षी गठबंधन के खिलाफ अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर चलाए जा रहे अभियान के तहत शुक्रवार को 2 मिनट और 37 सेकंड का वीडियो पोस्ट करते हुए कहा, "घमंडिया अलायंस के काले कारनामे सीरीज के एपिसोड 6 में देखिए, कांग्रेस पार्टी के नए और सबसे बड़े कालेधन के कुबेर धीरज साहू की कहानी और इस मामले में घमंडिया अलायंस की चुप्पी का राज।"
मिला अब तक का सबसे बड़ा खजाना...
भाजपा ने इस वीडियो में धीरज साहू के ठिकानों से अब तक का सबसे बड़ा काले धन का खजाना मिलने की बात कहते हुए उन्हें राहुल गांधी और गांधी परिवार का करीबी बताया है. इस वीडियो में उनके पक्ष में कांग्रेस के नेताओं और उसके सहयोगी दल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा दिए गए बयान का जिक्र करते हुए विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा गया है.
निलंबित ना करने पर पूछा सवाल...
भाजपा ने धीरज साहू के मसले पर चुप्पी साधने वाले दलों पर भी सवाल उठाया है. धीरज साहू को अब तक कांग्रेस पार्टी से निलंबित नहीं करने को लेकर भी भाजपा ने कांग्रेस से सवाल पूछते हुए कहा है कि आज सारा देश कांग्रेसी सांसद की तिजोरी में बंद करोडों की नकदी को देख भी रहा है और लूट की इस कांग्रेसी संस्कृति को समझ भी रहा है.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.