नई दिल्लीः पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव का परिणाम 3 दिसंबर को आएगा. इससे पहले एग्जिट पोल सामने आए हैं. राजस्थान में 8 एग्जिट पोल में से 5 में बीजेपी सरकार बन रही है जबकि एक पोल में कांग्रेस की सरकार बन रही है. वहीं दो में कांग्रेस सरकार बनाने की करीब है. उधर मध्य प्रदेश में 8 एग्जिट पोल में से 4 में बीजेपी की सरकार बन रही है जबकि तीन कांग्रेस को सत्ता में आते दिखा रहे हैं. वहीं एक कांग्रेस को सरकार बनाने के नजदीक दिखा रहा है.
क्या कहते हैं एग्जिट पोल
वहीं छत्तीसगढ़ की बात करें तो सभी 8 पोल कांग्रेस की सरकार फिर बनते दिखा रहे हैं. हालांकि पांच पोल में बीजेपी की सीटें भी बहुमत के पास दिख रही हैं. इसी तरह तेलंगाना में 6 में से 5 पोल कांग्रेस को सत्ता में आते दिखा रहे हैं. वहीं एक सत्ता के करीब बता रहा है. राज्य की सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) एग्जिट पोल में फिर से सरकार बनाती नहीं दिख रही है.
मिजोरम की बात करें तो यहां पांच में से एक एग्जिट पोल में जोरम पीपुल्स मूवमेंट की सरकार बनती दिख रही है जबकि चार पोल किसी को भी बहुमत नहीं मिलने का अनुमान जता रहे हैं.
पोल ऑफ पोल्स
राजस्थान
बीजेपीः 102, कांग्रेसः 86, अन्यः 13
मध्य प्रदेश
बीजेपीः 125, कांग्रेसः 100, अन्यः 5
छत्तीसगढ़
बीजेपीः 39, कांग्रेसः 48, अन्यः 3
तेलंगाना
बीआरएसः 43, कांग्रेसः 65, बीजेपीः 6, अन्यः 7
मिजोरम
एमएनएफः 15, जेडपीएमः 16, कांग्रेसः 7, बीजेपीः 1
अगर पोल ऑफ पोल्स के नतीजे सही साबित होते हैं और चुनाव परिणाम भी ठीक इसी तरह आते हैं तो ये लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों और जनता के लिए बड़ा संकेत होगा. ऐसे में जानिए अभी पोल ऑफ पोल्स से क्या राजनीतिक संकेत मिल रहे हैं.
1. बराबरी का रहेगा लोकसभा का सेमीफाइनल?
पांचों राज्यों के चुनाव को लोकसभा का सेमीफाइनल माना जा रहा है. बीजेपी, कांग्रेस समेत सभी पार्टियां इसमें धमाकेदार प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है. पोल ऑफ पोल्स के हिसाब से राजस्थान और मध्य प्रदेश में बीजेपी को बहुमत मिलता दिख रहा है. छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बन रही है जबकि मिजोरम में जेडपीएम को सबसे ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं. पोल ऑफ पोल्स के परिणाम अगर सटीक होते हैं तो देश की दो बड़ी राजनीतिक पार्टियों के बीच लोकसभा का सेमीफाइनल बराबरी का रहेगा.
2. राज्यों में कांग्रेस अभी भी मजबूत?
पोल ऑफ पोल्स में एक तरफ जहां छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है वहीं राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस एकतरफा हारती नहीं दिख रही है. यानी लोकसभा चुनाव में कमजोर दिखने वाली कांग्रेस राज्यों में अभी भी मजबूत दिख रही है.
3. उत्तर में भाजपा तो दक्षिण में कांग्रेस?
कर्नाटक में मिली जीते से उत्साहित कांग्रेस तेलंगाना के लिए आए पोल ऑफ पोल्स के नतीजों से खुश है. साथ ही उसकी रणनीति भी सही साबित हो रही है. राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत दक्षिण भारत से ही की थी. इससे पहले 2019 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने दूसरी सीट दक्षिण से ही चुनी थी जहां उन्हें जीत हासिल हुई थी.
4. हिंदुत्व के ग्राउंड पर बीजेपी अजेय?
मध्य प्रदेश में कमलनाथ कांग्रेस के लिए सॉफ्ट हिंदुत्व की छवि गढ़ रहे थे लेकिन राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि हिंदुत्व के ग्राउंड पर बीजेपी का मुकाबला ही नहीं है. अब पोल ऑफ पोल्स में भी एंटी इनकम्बेंसी के बावजूद बीजेपी फिर से सरकार बनाती दिख रही है. उधर राजस्थान में तमाम कल्याणकारी और विकास योजनाओं की झड़ी लगाने वाले गहलोत रिवाज बदलते नहीं दिख पा रहे हैं. गहलोत कांग्रेस में अंतर्कलह, सरकार के खिलाफ एंटी इनकम्बेंसी, भ्रष्टाचार और कानून-व्यवस्था आदि के मुद्दे से पार पाते नहीं दिख रहे हैं और पोल ऑफ पोल्स के हिसाब से एक बार फिर 5 साल में राजस्थान में सरकार बदलती दिख रही है.
5. मिजोरम में नई पार्टी का उदय?
मिजोरम में ज्यादातर कांग्रेस और मिजो नेशनल फ्रंट के बीच ही सत्ता के लिए मुकाबला देखने को मिलता है लेकिन इस बार पोल ऑफ पोल्स में जोरम पीपुल्स मूवमेंट को सबसे ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं. एक समय में पूर्वोत्तर राज्यों में बेहतर करने वाली कांग्रेस के लिए यह झटका है क्योंकि एक और राज्य से उसकी पकड़ ढीली हो रही है. वहीं जोरम पीपुल्स मूवमेंट के उदय का एक अर्थ यह निकाला जा रहा है कि इससे सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को हुआ है.
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