Rare Heart Disease: यूके के लैंकेस्टर शहर में एक हैरान कर देने वाली बीमारी सामने आई है. 35 साल की महिला रेबेका स्मिथ की कहानी एक गंभीर बीमारी की सच्चाई उजागर करती है.
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Rare Heart Disease: यूके के लैंकेस्टर शहर में एक हैरान कर देने वाली बीमारी सामने आई है. 35 साल की महिला रेबेका स्मिथ की कहानी एक गंभीर बीमारी की सच्चाई उजागर करती है. दो बच्चों की मां रेबेका को बेहद दुर्लभ बीमारी है. वो जब भी प्रेगनेंट होती हैं या बच्चे को जन्म देती हैं तो उनके दिल की सेहत बिगड़ने लगती है. डॉक्टरों ने उन्हें यहां तक चेतावनी दे दी है कि उनकी तीसरी प्रेगनेंसी उनकी जान भी ले सकती है.
पहली प्रेगनेंसी के दौरान ही पता चल जाता
रेबेका ने 2007 में अपने पहले बच्चे को जन्म दिया था. पहले बेटे नाथन के जन्म के बाद उन्हें पेरिपार्टम कार्डियोमायोपैथी नाम की बीमारी का पता चला. नाथन का जन्म 21 अप्रैल 2007 को हुआ. जन्म के तुरंत बाद रेबेका को सांस लेने में तकलीफ होने लगी. उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया. डॉक्टर उनकी हालत को समझ नहीं पाए और उन्हें एंग्जायटी बताकर घर भेज दिया.
मौत के करीब पहुंची रेबेका
घर लौटने के बाद रेबेका की हालत और बिगड़ गई. पहले ही वॉक के दौरान वह बेहोश हो गईं. उनके पैर बैंगनी पड़ गए और जांच में पता चला कि उनके फेफड़ों में दो खतरनाक ब्लड क्लॉट्स थे. उनके दिल में एक कबूतर के अंडे जितना बड़ा थक्का पाया गया. जो दिमाग में पहुंच सकता था. डॉक्टरों ने उन्हें चेतावनी दी कि आपको बड़ा स्ट्रोक हो सकता है. जिसके बाद चमत्कारिक रूप से रेबेका के दिल का थक्का बिना किसी दवा के अपने आप सूख गया.
दूसरी प्रेगनेंसी में फिर लौटी बीमारी
17 साल तक डॉक्टरों की सलाह पर रेबेका ने गर्भ धारण नहीं किया. लेकिन 2024 में उन्होंने दूसरी बार गर्भवती होने का फैसला किया. दूसरी प्रेगनेंसी के दौरान सब कुछ सामान्य लग रहा था. 32वें सप्ताह में स्कैन से पता चला कि उनके दिल की कार्यक्षमता कम हो रही है. 36वें सप्ताह तक उनकी हालत गंभीर हो गई. उन्हें फिर से पेरिपार्टम कार्डियोमायोपैथी का सामना करना पड़ा. 27 नवंबर 2024 को रेबेका ने अपने दूसरे बेटे रोवन को जन्म दिया.
जीवनभर की दवा और सावधानी
रोवन के जन्म के बाद रेबेका को 9 अलग-अलग दवाएं दी गईं. इन दवाओं को उन्हें जीवनभर लेना होगा. उन्होंने कहा कि मैंने सोचा कि यह मेरा आखिरी क्रिसमस हो सकता है. अब वह किसी भी हाल में तीसरी गर्भावस्था नहीं चाहतीं. रेबेका अब मैनचेस्टर सेंट मैरी अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों को पेरिपार्टम कार्डियोमायोपैथी के लक्षणों पर वर्कशॉप आयोजित करके शिक्षित कर रही हैं.
बीमारी के छिपे लक्षण
-पैरों और टखनों में सूजन
-सांस लेने में तकलीफ
-बार-बार नींद टूटना
-हद से ज्यादा थकान
जागरूकता ही बचाव है
रेबेका की कहानी एक चेतावनी है कि गर्भावस्था के दौरान शरीर में होने वाले बदलावों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. यह दुर्लभ बीमारी न केवल मां के लिए बल्कि बच्चे के लिए भी घातक हो सकती है. समय पर पहचान और इलाज ही इसका समाधान है.