MP Chunav: चुनाव ड्यूटी की ट्रेनिंग और ड्यूटी से गायब कर्मचारियों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, हो सकते हैं सस्पेंड
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MP Chunav: चुनाव ड्यूटी की ट्रेनिंग और ड्यूटी से गायब कर्मचारियों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, हो सकते हैं सस्पेंड

Madhya Pradesh Vidhan Sabha Chunav: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी, जिसके बाद तय होगा कि अगले पांच साल तक सत्ता पर किसका कब्जा होगा.

MP Chunav: चुनाव ड्यूटी की ट्रेनिंग और ड्यूटी से गायब कर्मचारियों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, हो सकते हैं सस्पेंड

Madhya Pradesh Chunav Update Live: मध्य प्रदेश में वोटिंग खत्म हो चुकी है. अब राज्य में मतगणना की तैयारी चल रही है. इसके लिए कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है. बता दें कि मतों की गणना 3 दिसंबर को होगी. इसके बाद तय होगा कि अगले पांच साल तक सत्ता पर किसका कब्जा होगा. इसलिए सबकी नजर अब मतगणना पर टिकी हुई है.

चुनाव ड्यूटी से गायब कर्मचारियों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

इस बीच चुनाव ड्यूटी की ट्रेनिंग और ड्यूटी से गायब कर्मचारियों पर कार्रवाई की तैयारी है. इससे उन कर्मचारियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. चुनाव ड्यूटी और ट्रेनिंग से गायब रहने वाले कर्मचारियों की लिस्ट बनाई जा रही है. इन सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. नोटिस देने के साथ सस्पेंशन की कार्रवाई भी संभव है. चुनाव से पहले भोपाल में आयोजित ट्रेनिंग में 800 कर्मचारी नहीं पहुचे थे. इससे पहले 100 से ज्यादा BLO के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है.

बैलेट पेपर से छेड़छाड़ के आरोप में नोडल अफसर सस्पेंड

वहीं, बालघाट में पोस्टल बैलेट पेपर से छेड़छाड़ के आरोप मामले में नोडल अफसर को सस्पेंड किया गया है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने पूरे मामले में कलेक्टर से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. कांग्रेस कल देर शाम पोस्टल बैलट पेपर से छेड़छाड़ के आरोप को लेकर चुनाव आयोग पहुंची थी. पोस्टल बैलेट से छेड़छाड़ का कथित वीडियो वायरल हुआ था. जिसके बाद कांग्रेस ने सोमवार को मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर उनसे बालाघाट के जिलाधिकारी के खिलाफ कथित रूप से ‘स्ट्रॅंग रूम’ से डाक मतपत्र निकालने और गड़बड़ी करने को लेकर कार्रवाई करने की मांग की.

सभी 230 सीटों पर 17 नवंबर को डाले गए थे वोट

मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर एक फेज में वोटिंग हो चुकी थी. सभी सीटों पर एक साथ 17 नवंबर को वोट डाले गए थे. चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को घोषित होंगे. इसके बाद तय होगा कि एमपी की सत्ता पर अगले पांच साल तक किसका राज होगा.

मध्य प्रदेश में इस बार रिकॉर्ड मतदान

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए 17 नवंबर को छुटपुट हिंसा के बीच शांति से मतदान प्रक्रिया संपन्न हुई. इस बार मतदाताओं ने उत्साह और उमंग के साथ मतदान किया और रिकॉर्ड बना दिया. इस बार 76.22 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. इससे पहले इस साल 5.4 करोड़ मतदाताओं ने वोट डाले थे और वोटिंग परसेंट 75.49 रहा था. इस बार के चुनाव में सबसे ज्यादा वोटिंग रतलाम जिले की सैलाना विधानसभा सीट पर हुई, जहां 90.10 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया. इससे पहले साल 2018 के चुनाव में इस सीट पर 88.35 प्रतिशत मतदान हुआ था.

मध्य प्रदेश में 2018 में हुए चुनाव के नतीजे

इससे पहले साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 230 में से 114 सीटों पर कब्जा किया था, जिसके बाद कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे. वहीं, बीजेपी ने 230 में से 109 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन, मार्च 2020 में कुछ विधायकों के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए और कमलनाथ सरकार गिर गई. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने.

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