IND vs ZIM: पहले दो मैचों में एकतरफा जीत दर्ज करने वाली भारतीय टीम जिम्बाब्वे की कमजोर टीम के खिलाफ सोमवार को होने वाले तीसरे और अंतिम वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में भी किसी तरह की ढिलाई नहीं बरतना चाहेगी और क्लीन स्वीप के इरादे से मैदान पर उतरेगी.
Trending Photos
IND vs ZIM: पहले दो मैचों में एकतरफा जीत दर्ज करने वाली भारतीय टीम जिम्बाब्वे की कमजोर टीम के खिलाफ सोमवार को होने वाले तीसरे और अंतिम वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में भी किसी तरह की ढिलाई नहीं बरतना चाहेगी और क्लीन स्वीप के इरादे से मैदान पर उतरेगी. भारत ने पहले दो मैचों में जिम्बाब्वे को खेल के हर क्षेत्र में परास्त किया और तीसरे मैच में भी कहानी बदलने की संभावना नहीं है. जिम्बाब्वे अभी तक भारतीय टीम के सामने फिसड्डी साबित हुआ है.
क्लीन स्वीप पर टीम इंडिया की नजरें
भारतीय टीम ऐसे में अगले साल होने वाले आईसीसी विश्व कप जैसी प्रतियोगिताओं को ध्यान में रखकर प्रयोग करना जारी रख सकती है. कार्यवाहक कप्तान केएल राहुल ने अब तक युवा खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करके टीम में अपनी जगह पक्की करने का पूरा मौका दिया है. इसमें संदेह नहीं कि भारतीय खिलाड़ियों को अभी तक कड़ी चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा है लेकिन इस अनुभव से उन्हें एक क्रिकेटर के रूप में खुद को निखारने में मदद मिलेगी.
गेंदबाज रहे हैं हावी
भारतीय गेंदबाजों ने अभी तक जिम्बाब्वे पर किसी तरह की दया नहीं दिखाई है. जिम्बाब्वे की टीम पहले मैच में 189 जबकि दूसरे मैच में 161 रन पर आउट हो गई थी जिससे पता चलता है कि भारतीय गेंदबाजों के सामने उसके बल्लेबाज रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं. दूसरी तरफ उसके गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों को परेशानी में डालने में नाकाम रहे हैं जिसमें वनडे के कुछ बेहतरीन खिलाड़ी शामिल हैं. केवल शिखर धवन के वनडे के आंकड़ों से ही इसका अनुमान लगाया जा सकता है. बेहद प्रतिभाशाली शुभमन गिल ने इस दौरे में अब तक जैसा प्रदर्शन किया है निश्चित तौर पर वह उससे संतुष्ट नहीं होंगे और एक बार फिर से जिम्बाब्वे के गेंदबाजों पर हावी होने की कोशिश करेंगे.
इन खिलाड़ियों पर रहेंगी नजरें
पिछले मैच में धवन के साथ राहुल पारी का आगाज करने के लिए उतरे थे लेकिन वह ज्यादा देर तक नहीं टिक पाए. इसके बावजूद वह फिर से पारी की शुरुआत करने के लिए उतर सकते हैं. कुछ प्रमुख गेंदबाजों की अनुपस्थिति में भी भारतीय गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है और दीपक चाहर, मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, प्रसिद्ध कृष्णा और अक्षर पटेल के प्रयास को प्रतिद्वंद्वी के कमजोर होने के कारण कम नहीं आंका जा सकता. बल्लेबाजों में यदि ईशान किशन को एक और मौका मिलता है तो वह इसका पूरा फायदा उठाना चाहेंगे.