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Hanuman Ji Upay: बजरंगबली को भगवान शिव का 11वां रुद्रावतार माना जाता है. भगवान श्री राम के परम भक्त हनुमान जी का जन्म चैत्र पूर्णिमा के दिन हुआ था. इसलिए आज के दिन हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता है. हनुमान जी शक्ति और ज्ञान के प्रतीक माने जाते हैं. मान्यता है कि हनुमान जी की उपासना करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.
वहीं, इनकी स्तुतियों से जीवन में सफलता की प्राप्ति होती है. बता दें कि इस साल हनुमान जन्मोत्सव का पर्व 23 अप्रैल मंगलवार के दिन मनाया जा रहा है. इस बार मंगलवार होने के कारण इसका महत्व और अधिक बढ़ गया है. ऐसे में आपको हनुमान जन्मोत्सव की पूजन विधि, शुभ मुहूर्त और दिव्य उपायों के बारे में बताते हैं.
हनुमान जन्मोत्सव पूजन विधि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हनुमान जन्मोत्सव के दिन हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व है. बता दें कि बजरंगबली की पूजा अभिजीत मुहूर्त मे की जाती है. सबसे पहले उत्तर-पूर्व दिशा में चौकी पर एक लाल रंग का कपड़ा बिछाएं. हनुमान जी के साथ भगवान श्री राम की एक प्रतीमा स्थापित करें. पूजा के दौरान उन्हें लाल-पीले फूल अर्पित करें. हनुमान जी की पूजा करते समय उन्हें लड्डू का भोग लगाएं. तुलसी दल अर्पित करें. इस दौरान पहले भगवान श्री राम के मंत्र 'ऊं राम रामाय नमः' मंत्र का जाप करें. इसके बाद हनुमान जी के मंत्र 'ऊं हं हनुमते नमः' का जाप करें.
बन रहे हैं ये शुभ मुहूर्त
आज हनुमाम जन्मोत्सव पर बेहद खास दो शुभ योग बन रहे हैं. इस दौरान आप अपनी इच्छानुसार किसी भी मुहूर्त भगवान हनुमान की पूजा कर सकते हैं. जानें पूजा का शुभ मुहूर्त
पहला मुहूर्त- सुबह 9 बजकर 03 मिनट से सुबह 10 बजकर 41 मिनट तक का समय
दूसरा मुहूर्त (अभिजीत मुहूर्त)- सुबह 11 बजकर 53 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक का समय बेहद खास है.
तीसरा मुहूर्त- आज रात 8 बजकर 14 मिनट से रात 9 बजकर 35 मिनट तक का समय
हनुमान जन्मोत्सव पर करें ये 4 दिव्य उपाय
स्वास्थ्य
अगर अपने स्वास्थ्य से परेशान हैं और सेहत में सुधार चाहते हैं तो हनुमान जन्मोत्सव के दिन हनुमान जी का एक ऐसा चित्र स्थापित करें, जिसमें उन्होंने संजीवनी बूटी का पर्वत उठा रखा हो. इस दौरान हनुमान जी के सामने घी का दीपक जलाएं और उन्हें खीर और तुलसी दल का भोग लगाएं. इसके साथ ही स्वास्थ्य रक्षा की प्रार्थना करें. जल्द ही सेहत में सुधार मिलेगा.
ज्ञान
शास्त्रों के अनुसार विद्या-बुद्धि के लिए हनुमान जी के रामायण पढ़ते हुए चित्र का फोटो लगाएं और उनके सम्मुख घी का चौमुखी दीपक जलाएं. इस दौरान उन्हें गुड़ का भोग लगाएं और फिर शिक्षा, विद्या-बुद्धि की प्रार्थना करें.
संकट
अगर आप किसी संकट से बाहर आना चाहते हैं, तो ऐसे में हनुमान जी के गदाधारी चित्र की स्थापना करें. और उनके इस स्वरूप की पूजा करें. हनुमान जी के सामने चमेली के तेल का दीपक जलाएं. सिंदूर अर्पित करें और संकट दूर करने की प्रार्थना करें.
धन प्राप्ति के लिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धन के लिए हनुमान जी के उस स्वरूप की स्थापना करें, जिसमें उनके हृदय में सीता-राम बसे हुए हैं. इस दौरान हनुमान जी के सामने घी के नौ दीपक जलाएं और उन्हें लाल रंग के फूल अर्पित करें. इसके बाद धन प्राप्ति और ऋण मुक्ति की प्रार्थना करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)