Mummies of the World: ममी का नाम सुनते ही आपको मिस्र देश का ख्याल जेहन में आने लगता है. यहां कई सदी पहले लाश को प्रिजर्व करके रखा जाता था, लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि ममीज रखे जाने का चलन सिर्फ ईजिप्ट में ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों में रहा है. यहां तक कि भारत में भी आपको फेमस ममी देखने को मिल जाएगी. आइए जानते हैं कि वर्ल्ड में आप कहां-कहां ममी देखने जा सकते हैं.
मेक्सिको के गुआनाजुआतो म्यूजियम में नेचुरल ममीज का सबसे बड़ा कलेक्शन है. 1800 ईस्वी के आसपास हैजा महामारी के कारण इन लोगों की मौत हो गई थी. इस संग्रहालय में पहली बार साल 1865 में ममी को डिसप्ले के लिए रखा गया था. इस म्यूजिम में दुनिया की सबसे छोटी ममी भी मौजूद है.
इटली (Italy) के सिसली आइलैंड (Sicily Island) के पलेर्मो (Palermo) इलाके में 'सांता मारिया डेला कॉन्सेज़ियोन देई कैप्पुकिनी' (Santa Maria della Concezione dei Cappuccini) नामक चर्च के तहखाने के अंदर बिना देह वाली ममीज रखी हुई हैं जो कंकाल के जैसी नजर आती हैं.
अमेरिका (USA) के फिनिक्स (Phoenix) शहर के एरिजोना साइंस सेंटर (Arizona Science Center) में ममी का काफी बड़ा एग्जिबीशन लगाया गया था. इसमें प्राचीनकाल के यूरोपियन, साउथ अमेरिकन और मिस्र के लोगों की ममी को डिसप्ले के लिए रखा गया था.
डेनमार्क (Denmark) का टोलुंड मैन (Tollund Man) एक फेमस ममी है जिसका शरीर साल 1950 में मिला था. ऐसा माना जाता है कि इस इंसान की मौत फंदे से लटकने से या मानव बलि देने हई थी. इस ममी को सिल्केबोर्ग म्यूजियम (Silkeborg Museum) में डिस्पले के लिए रखा गया है.
भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य की स्पीति घाटी में आपको कई सदी पुरानी ममी देखने को मिल जाएगी. यहां के गए गांव में भारत के इकलौती नेचुरली प्रजर्व ममी मौजूद है. ये ममी बौध संत संघा तेंजिन (Sangha Tenzin) की है जो कार्बन डेटिंग के मुताबिक तकरीबन 500 से 600 साल पुरानी मानी जाती है. इस ममी के बारे में कहा जाता हैं कि इस ममी के बाल और नाखून आज भी बढ़ रहे हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़