सर्दियों में दिल की बीमारी बढ़ने का खतरा ज्यादा होता है. जैसे-जैसे तापमान गिरता है, ठंड के कारण नसें सिकुड़ जाती हैं, जिससे अस्थायी रूप से आपके ब्लड प्रेशर का स्तर बढ़ जाता है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. इंटरवेंशनल स्ट्रक्चरल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. रविंदर सिंह राव बताते हैं कि जैसे-जैसे दिन छोटे होते जाते हैं और रातें ठंडी होती जाती हैं, हमें अपना ख्याल रखना नहीं भूलना चाहिए. डॉ. रविंदर ने सर्दियों में दिल की सेहत की निगरानी रखने के 10 तरीके बताए हैं. चलिए जानते हैं क्या?
सर्दियों का मौसम में भी दिल की सेहत के लिए शारीरिक गतिविधि का नियम बनाए रखना जरूरी है. घरेलू एक्सरसाइज, ऑनलाइन योग कक्षाएं या घर पर ट्रेडमिल का उपयोग करने पर विचार करें. ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करने, ब्लड प्रेशर कम करने और कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य को सपोर्ट करने के लिए नियमित रूप से हिलना-डुलना जरूरी है.
अगर आप ठंडे इलाके में रहते हैं, तो व्यायाम करते समय या बाहर निकलते समय परतों में कपड़े पहनना सुनिश्चित करें. शरीर की गर्मी बनाए रखने के लिए लेयरिंग महत्वपूर्ण है. यह ऑफिस जाने वालों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो रोजाना तेजी से बदलते तापमान का अनुभव करते हैं. ठंड का तापमान ब्लड वेसेल्स को सिकोड़ सकता है, जिससे सिरदर्द और हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है.
सर्दियों में शरीर को ज्यादा पौष्टिक भोजन की जरूरत होती है, लेकिन मौसम ठंडा होने पर भी संतुलित और स्वस्थ आहार बनाए रखना जरूरी है. नमक, सैचुरेटेड फैट और रिफाइंड शुगर को कम करें; ताजे फल और सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन शामिल करें. पोषक तत्वों से भरपूर भोजन ऑप्टिकल हार्ट फंक्शन में योगदान करते हैं और वजन कंट्रोल करने में मदद करते हैं.
पानी की कमी दिल और नर्वस सिस्टम पर दबाव डाल सकता है, चाहे मौसम कैसा भी हो. हालांकि, ठंड में व्यक्ति कम प्यासा महसूस करते हैं, लेकिन हाइड्रेटेड रहने के लिए बहुत सारा पानी पीना जरूरी है. तापमान कम होने पर भी अपने पानी के सेवन पर नजर रखने के लिए एक दोबारा इस्तेमाल होने वाली पानी की बोतल का इस्तेमाल करें.
ब्लड प्रेशर व्यक्ति के दिल की सेहत का एक महत्वपूर्ण संकेत है और ठंड का मौसम इसे प्रभावित कर सकता है. घरेलू ब्लड प्रेशर मशीन आपके ब्लड प्रेशर पर नजर रखने का एक प्रभावी तरीका हैं, खासकर अगर आप हाइपरटेंशन से पीड़ित हैं. अपने ब्लड प्रेशर की नियमित जांच करते रहें और अगर आपको कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन या चिंता है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
सर्दियों में कई लोग अलग-अलग वजहों से तनावग्रस्त हो सकते हैं. लंबे समय का तनाव दिल की सेहत पर बुरा असर डालता है, इसलिए तनाव को कम करना दिल की देखभाल का एक अहम हिस्सा है. ऐसे में मेडिटेशन जैसे तनाव कम करने वाले तरीकों को अपनाएं और उन कामों को करें जो आपको खुशी देते हैं.
भारत में घर पर उगाई जाने वाली सब्जियों और फलों की भरमार है, जिनका सेवन करके आप अपने दिल को स्वस्थ रख सकते हैं. खट्टे फल और फूलगोभी विटामिन सी से भरपूर होते हैं और ब्लड प्रेशर कम करने में मदद कर सकते हैं. मेथी आपके ब्लड फ्लो में अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती है. सर्दियों की खासियत गाजर विटामिन ए से भरपूर होती है.
यदि आप धूम्रपान या वेपिंग करते हैं, तो उसे छोड़ने पर विचार करें. यह न केवल दिल की बीमारी और कैंसर का एक प्रमुख रिस्क फैक्टर है, बल्कि बढ़ते प्रदूषण के लेवल के साथ धूम्रपान और वेपिंग दिल की सेहत के लिए अनावश्यक जोखिम हैं. सफलतापूर्वक छोड़ने में मदद के लिए हेल्थ केयर एक्सपर्ट या सपोर्ट ग्रुप से समर्थन लें.
दिल की सेहत की निगरानी और उसे बनाए रखने का एक आसान तरीका है दैनिक दिनचर्या में सावधान सांस लेने के व्यायाम को शामिल करना. गहरी सांस लेने और ध्यान जैसी तकनीक तनाव के लेवल को प्रबंधित करने में मदद कर सकती हैं और कुल मिलाकर ठंडे महीनों के दौरान कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य को बढ़ावा देती हैं.
अच्छी नींद न सिर्फ दिल के लिए बल्कि पूरे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है. एक आरामदायक सोने का वातावरण बनाएं जहां आवाज या रोशनी का ज्यादा असर न हो और हर रात 7-9 घंटे की नींद का लक्ष्य रखें. नींद की कमी अन्य कई स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा सकती है जो अंततः दिल की सेहत पर गलत प्रभाव डाल सकती हैं.
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