Om Banna Dham : राजस्थान के पाली जिले के चोटिला गांव में स्थित 'ओम बन्ना धाम' या 'बुलेट बाबा मंदिर' ओम सिंह राठौड़ की याद में बनाया गया है, जिनकी 30 साल पहले सड़क हादसे में मृत्यु हो गई थी. यह मंदिर दूर-दूर से श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है.
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Om Banna Dham : राजस्थान (Rajasthan) एक ऐसा राज्य है, जहां पर आपको कई तरह की पौराणिक और अनोखी चीजें देखने को मिलेंगी. यहां के मंदर और किले दुनिया के लिए किसी अजूबे से कम नहीं है. यहां थोड़ी सी दूरी तय करने पर आपको कोई बड़ा और प्राचीन मंदिर मिल जाएगा. राजस्थान के हर मंदिर की अपनी एक अलग पहचान और मान्यताएं भी हैं. लेकिन कभी ऐसे मंदिर का नाम सुना है, जहां मोटरसाइकिल की पूजा होती हो.
जी हां, राजस्थान के पाली (Pali) में एक ऐसा गांव है, जहां के मंदिर में किसी देवी-देवता की प्रतिमा की नहीं, बल्कि रॉयल एनफील्ड बुलेट 350 (Royal Enfield Bullet 350) की पूजा की जाती है. बताया जाता है, कि इस मंदिर में रॉयल एनफील्ड की पूजा करने दूर-दूर से लोग आते हैं.
मंदिर का नाम है 'ओम बन्ना धाम'
राजस्थान के इस खास मंदिर का नाम 'ओम बन्ना धाम' (Om Banna Dham) है. इस मंदिर को लोग 'बुलेट बाबा मंदिर' (Bullet Baba Mandir) के नाम से भी पहचानते हैं. बताया जाता है कि आज से लगभग 30 साल पहले पाली के इस गांव में ठाकुर जोग सिंह राठौड़ के बेटे ओम सिंह राठौड़ (Om Singh Rathore) की सड़क हादसे में मौत हो गई थी. जिसके बाद उनकी याद में ये मंदिर बनाया गया था. Om Banna Dham या Bullet Baba Mandir राजस्थान के पाली जिले के पास चोटिला गांव में स्थित है. जहां दूर-दूर से लोग पूजा-अर्चना करने आते हैं.
उसी जगह पर मिली पुलिस को बुलेट
जानकार बताते हैं कि Om Singh Rathore की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद पुलिस ने उनकी बुलेट और शव को अपने कब्जे में ले लिया. लेकिन जब अगले दिन पुलिस ने देखा तो बुलेट थाने से गायब थी. जिसके बाद पाली पुलिस ने बाइक ढूंढना शुरू किया. बताया जाता है कि पुलिस को बुलेट उसी जगह पर मिली, जहां हादसा हुआ था. इसके बाद बाइक को फिर से थाने में लाकर रख दिया गया.
पुलिस भी हो गई थी परेशान
अगले दिन भी यही हुआ. ये रोज की घटना हो गई. पुलिस को लगा, कि हो ना हो ये किसी की शरारत है, उन्होंने बाइक की निगरानी शुरू कर दी. लेकिन इसके बाद जो पुलिस ने देखा, उसने उन्हें हैरान कर दिया. बताया जाता है कि पुलिस ने देखा कि, रात में बुटेल अपने आप चालू हो गई, और दुर्घटना वाली जगह पर रुक गई. इस घटना के बाद पुलिस ने Om Singh Rathore के परिवार को बुलेट लौटा दी. जिसके बाद उनके नाम पर मंदिर बनवाया गया.