High Cholesterol: जब पैरों में दिखें ऐसे लक्षण तो इग्नोर करने की न करें गलती, कहीं बढ़ तो नहीं गया कोलेस्ट्रॉल?
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High Cholesterol: जब पैरों में दिखें ऐसे लक्षण तो इग्नोर करने की न करें गलती, कहीं बढ़ तो नहीं गया कोलेस्ट्रॉल?

High Cholesterol Warning Sign: कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना एक अच्छा संकेत नहीं है, क्योंकि इससे कई दूसरी परेशानियां पैदा होने लगती है, इसलिए लक्षणों को पहचाने और इस पर जल्द लगाम लगाएं.   

High Cholesterol: जब पैरों में दिखें ऐसे लक्षण तो इग्नोर करने की न करें गलती, कहीं बढ़ तो नहीं गया कोलेस्ट्रॉल?

Symptoms Of High Cholesterol In Legs: कोलेस्ट्रॉल का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में नेगेटिव विचार पैदा होने लगते हैं, ये एक चिपचिपा पदार्थ है जो हमारे ब्लड वेसल्स में मौजूद होता है. खून में अगर गुड कोलेस्ट्रॉल मौजूद हो तो इससे हेल्दी सेल्स का निर्माण होता है, लेकिन अगर बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाए तो सबसे पहले हाई ब्लड प्रेशर की समस्या पैदा होने लगती है, फिर हार्ट अटैक, कोरोनरी आर्टरी डिजीज, ट्रिपल वेसल डिजीज और डायबिटीज का डर भी बन जाता है. आमतौर पर कोलेस्ट्रॉल तब बढ़ता है जब हम गड़बड़ी लाइफस्टाइल और अनहेल्दी फूड हैबिट्स को फॉलो करने लगते हैं. मौजूदा दौर में फिजिकल एक्टिविटीज भी काफी कम हो गई जिसकी वजह से ऐसी समस्याएं पैदा होने लगती है. 

कैसे लगाएं हाई कोलेस्ट्रॉल का पता?
हाई कोलेस्ट्रॉल के कभी साफ लक्षण नजर नहीं आते इसका पता ब्लड टेस्ट के जरिए ही लगता है, फिर भी जब ये समस्या शुरू होने लगती है तो हमारा शरीर को अजीबोगरीब इशारे देने लगता है. आप खून में बैड कोलेस्ट्रॉल के लक्षण को अपने पैरों में होने वाले बदलाव के जरिए पहचान सकते हैं. 

जब शरीर में हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) की जटिलता आती है तो पेरीफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral Artery Disease) का खतरा पैदा हो जाता है जिससे शरीर के कई हिस्सों में क्रैम्प्स की दिक्कतें आने लगती है. 

क्या है पेरीफेरल आर्टरी डिजीज?
पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral Artery Disease) एक ऐसी बीमारी है जिसमें आपके कई अंगों तक ब्लड सप्लाई करने वाली नसों में कोलेस्ट्रॉल जैसे प्लाक का निर्माण होने लगता है. इसे पैरों तक खून के पहुंचने में परेशानियां पैदा होने लगती है, जिससे पैरों में बदलाव होने लगता है. 

जब पैर देता है हाई कोलेस्ट्रॉल के इशारे
जब पैरों में ब्लड सप्लाई में परेशानियां पैदा होती है, तो शरीर के इस निचले हिस्से में दर्द बढ़ जाता है, क्योंकि यहां ऑक्सीजन की मात्रा भी कम होने लगती है. ऐसे में जांघों और पैरों में क्रैम्प्स बढ़ जाते है. यहां कि स्किन का और नाखून का रंग पीला हो सकता है और लेग ट्रेम्प्रेचर में भी बदलाव मुमकिन है जिससे पैर ठंडे होने लगते हैं. अगर आपके पैरों में ऐसी परेशानियां महसूस होने लगें तो तुरंत एक्सपर्ट डॉक्टर से संपर्क करें और कोलेस्ट्रॉल कम करने उपाय खोजें.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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