Amit Shah News: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को गुजरात के गणपत विश्वविद्यालय के 18वें दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया. इस मौके पर उन्होंने युवाओं को सिर्फ डिग्री लेने तक सीमित न रहने बल्कि ज्ञान अर्जित करने और सहयोग की संस्कृति विकसित करने का संदेश दिया.
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Amit Shah News: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को गुजरात के गणपत विश्वविद्यालय के 18वें दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया. इस मौके पर उन्होंने युवाओं को सिर्फ डिग्री लेने तक सीमित न रहने बल्कि ज्ञान अर्जित करने और सहयोग की संस्कृति विकसित करने का संदेश दिया. शाह ने कहा कि 2047 में, जब भारत अपनी आजादी के 100 साल पूरे करेगा, तब देश हर क्षेत्र में दुनिया में पहले स्थान पर होगा.
भारत को विकसित देश बनाने का संकल्प
अमित शाह ने बताया कि 2022 में आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर भारत के 140 करोड़ नागरिकों ने देश को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया था. उन्होंने विश्वास जताया कि 2047 तक यह सपना पूरा होगा. शाह ने कहा, "आज भारत दुनिया भर में एक मजबूत और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में उभर रहा है."
युवाओं के लिए अवसरों की नई दुनिया
शाह ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने उनके लिए कई नए अवसर पैदा किए हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र (ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब) में बदलने का लक्ष्य रखा है. इसके चलते दुनियाभर की कंपनियां भारत में अपने संयंत्र स्थापित करने के लिए उत्सुक हैं. यह भारत की विनिर्माण क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ युवाओं के लिए रोजगार के ढेरों अवसर भी लाएगा.
डिजिटल इंडिया और स्टार्टअप इंडिया का योगदान
अमित शाह ने सरकार की प्रमुख पहलों, जैसे डिजिटल इंडिया और स्टार्टअप इंडिया, की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि ये कार्यक्रम युवाओं के लिए नए रास्ते खोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज भारत में स्टार्टअप संस्कृति तेजी से विकसित हो रही है, और यह युवाओं को अपने विचारों को हकीकत में बदलने का मंच दे रही है.
सहयोग की संस्कृति पर जोर
शाह ने युवाओं को प्रतिस्पर्धा के बजाय सहयोग की संस्कृति को अपनाने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि यह समय केवल व्यक्तिगत सफलता का नहीं है, बल्कि देश को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने का है. उन्होंने कहा कि ज्ञान अर्जित करें, न कि केवल डिग्री. यही वह मार्ग है जो भारत को 2047 तक विश्व का नेतृत्व करने में मदद करेगा.
भारत की बढ़ती ताकत और वैश्विक पहचान
शाह ने कहा कि आज भारत वैश्विक स्तर पर अपनी ताकत और पहचान को लगातार मजबूत कर रहा है. उन्होंने बताया कि भारत की आर्थिक नीतियां और विकास मॉडल दुनिया के लिए प्रेरणा बन रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत की बढ़ती ताकत का सबसे बड़ा लाभ युवाओं को मिलेगा, क्योंकि वे देश के भविष्य के निर्माता हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)